सुशील सलाम, कांकेर. अंतागढ टेप कांड ने एक बार फिर प्रदेश में सियासी भूचाल ला दिया है. टेप कांड की एसआईटी जांच के बीच रविवार को देर रात कांग्रेस नेत्री किरणमयी नायक द्वारा मंतूराम पवार समेत पांच लोगों के खिलाफ पंडरी थाना में एफआईआर दर्ज करवाया गया है, जिसके बाद सोमवार को मंतूराम पवार ने पखांजुर थाना में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और किरणमयी नायक के खिलाफ एसटीएससी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने आवेदन दिया है.
मंतूराम का कहना है कि जब भूपेश बघेल और किरणमयी नायक के पास टेप कांड को लेकर सबूत थे, तो उन्होंने 4 साल तक उन्हें प्रताड़ित क्यो किया. मंतूराम ने कांग्रेस सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए कहा कि सरकार ने टेप कांड को लेकर एसआईटी का गठन किया है, जिसमें उनके अधिनस्त अधिकारी ही मामले की जांच कर रहे हैं, यदि कांग्रेस सरकार इस मामले की ईमानदारी से जांच करवाना चाहती है तो हाइकोर्ट के रिटायर्ड जज से मामले की जांच क्यों नहीं करवा रही.
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उन्होंने मामले की जांच कर रहे आईजी छाबड़ा को बीच मे हटाये जाने को पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि आईजी छाबड़ा सरकार के हिसाब से काम नही कर रहे थे, इसलिए उन्हें हटाया गया है. इसके साथ ही उन्होंने भूपेश बघेल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो खुद एक अश्लील सीडी कांड के आरोपी है, जिसमें उन्होंने चरित्र हरण की सीमा अपने राजनीतिक फायदे के लिए लांघी है, सीडी में चेहरा किसी और का और धड़ किसी और का है ये जांच में सामने आ चुका है.
मंतूराम ने कहा कि भूपेश बघेल ने घर बैठे लोगों का चरित्र हरण अपने फायदे के लिए किया है, पहले वो खुद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे उसके बाद वो मुझसे बात करे. मंतूराम ने किरणमयी नायक और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर मानहानि का केस करने की भी बात कही है, साथ ही दोनों को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक घसीट कर ले जाने की बात कही है.