संभल जामा मस्जिद विवाद सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. मस्जिद कमेटी ने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की है. जिसके बाद शुक्रवार यानी कल इस मामले में सुनवाई होगी. याचिका में निचली अदालत के सर्वे के आदेश को चुनौती दी गई है. निचली अदालत के फैसले पर तुंरत रोक लगाने की मांग की गई है. मस्जिद कमेटी ने CJI से जल्द सुनवाई की मांग की है.

दरअसल, संभल जिले की जामा मस्जिद को हिंदू पक्ष द्वारा अदालत में हरिहर मंदिर बताए जाने के बाद कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए इसके सर्वे के आदेश दिया. उसी सर्वे के लिए दिन निकलते ही एकदम सुबह एडवोकेट कमिश्नर की टीम पहुंची थी. टीम के साथ सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता एडवोकेट विष्णु शंकर जैन, डीएम डॉ राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई भी भारी पुलिस बल के साथ जामा मस्जिद पहुंचे थे.

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तनाव को देखते हुए आसपास के इलाके में RRF, PAC और स्थानीय पुलिस के जवानों को लगाया गया था. मस्जिद को जाने वाले हर रास्ते पर पहरा बैठाया गया था. टीम करीब साढ़े 7 बजे पहुंची तो कुछ देर तो सब शांत ही था. लगा हालात बेहतर हैं. पुलिस अधिकारी भी मुत्मइन हो चले थे कि एकाएक 9 बजे के करीब अचानक से आक्रोशित लोगों का सैलाब आ जाता है और फिर पुलिस पर पत्थरबाजी शुरु कर दी.

हिंदू पक्ष का दावा

गौरतलब है कि 19 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने एडवोकेट कमिश्नर को जामा मस्जिद के सर्वे का आदेश दिया था. हिंदू पक्ष का दावा है कि जिस जगह पर शाही जामा मस्जिद मौजूद हैं, उस जगह पर श्री हरिहर मंदिर था, जिसे तोड़कर मस्जिद बनाया गया है. इसी के बाद मामला इतना बढ़ा कि कोर्ट तक पहुंच गया. जिसके बाद कोर्ट ने मस्जिद का सर्वे कराने का आदेश दिया.