सोहराब आलम/मोतिहारी: जिले में भारी संख्या में लोग इकट्ठा होकर कुर्की की प्रक्रिया को देखने पहुंचे थे. मोहर्रम के दिन सुगौली थाना के उत्तरी मानसिंघा में नईम खां और मंसूर खां के गुटों के बीच जमकर मारपीट और गोलीबारी हुई थी, जिसमें कई लोग जख्मी हो गए थे. 

सदर एसडीपीओ रहे मौजूद 

दरअसल, मारपीट के उक्त मामले में उतरी मनसिंघा के मुखिया पति नईम खां को 3 दिन पहले पुलिस ने गिरफ्तार कर मुफ्फसिल थाना पर रखा था, जहां से मुखिया पति फरार हो गया था. जिसको लेकर फरार हुए मुखिया पति नईम खां पर एसपी ने ईनाम की घोषणा करते हुए 48 घंटे के अंदर सरेंडर करने की चेतावनी दिया था. एसपी के चेतावनी के बावजूद सरेंडर नहीं करने वाले मुखिया पति के घर पर कुर्की करने कई थाने की पुलिस पहुंची. दर्जनों थाना के साथ सदर एसडीपीओ भी मौजूद थे. 

कुर्की की कार्रवाई

मुखिया पति के घर की कुर्की करने से पहले पुलिस ने फिर से 20 मिनट का वक्त देते हुए माइक से अनाउसमेंट किया कि कोर्ट या अगल बगल के किसी भी थाना में सरेंडर कर दे, अन्यथा कुर्की कर दी जाएगी. चेतावनी के बाद 20 मिनट का वक्त खत्म हो जाने के बाद कुर्की की प्रक्रिया शुरू की गई. मुखिया पति के घर के दरवाजे और समान को पुलिस ने ट्रैक्टर पर रखना शुरू कर दिया, जहां पुलिस ने 20 मिनट का टाइम दिया, लेकिन हाजिर नहीं होने के बाद कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी गई. 

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