भुवनेश्वर : ओडिशा के किसानों को मंडियों (खरीद केंद्रों) में धान बेचने के 48 घंटे के भीतर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) मिल जाएगा। इसका खुलासा आज राज्य सरकार ने किया। किसानों को उनके बैंक खातों के माध्यम से MSP मिलेगा।
खरीफ सीजन के लिए धान खरीद प्रक्रिया 20 नवंबर को शुरू हुई और यह मार्च, 2025 तक जारी रहेगी। राज्य सरकार ने किसानों के बैंक खातों में सीधे MSP प्रदान करने के लिए विभिन्न स्तरों पर अधिकारियों को तैनात किया है।
राज्य सरकार ने एक बयान में कहा, “किसानों के हितों की रक्षा के लिए अधिकारी चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। किसी भी शिकायत के मामले में त्वरित कार्रवाई की जा रही है।” धान MSP के हस्तांतरण के लिए पंजीकृत किसानों के बैंक खातों का सावधानीपूर्वक सत्यापन किया गया है।
ओडिशा की भाजपा सरकार ने पहले धान के 2,300 रुपये प्रति क्विंटल के MSP के अलावा 800 रुपये की इनपुट सहायता प्रदान करने की घोषणा की थी।
एमएसपी वितरण में तेजी लाने का यह कदम केंद्र सरकार द्वारा विपणन सत्र 2025-26 के लिए गेहूं और अन्य अनिवार्य रबी फसलों के लिए हाल ही में घोषित मूल्य वृद्धि के बाद उठाया गया है।
गेहूं के एमएसपी में 150 रुपये की वृद्धि हुई है, जो पहले 2,275 रुपये थी, जो अब बढ़कर 2,425 रुपये हो गई है, जबकि जौ के एमएसपी में 130 रुपये की वृद्धि की गई है। इस बीच, चना जैसी अन्य फसलों में 210 रुपये, मसूर में 275 रुपये, सरसों में 300 रुपये और कुसुम में 140 रुपये की वृद्धि हुई है।
- ‘धीरेंद्र शास्त्री कोई संत नहीं’, जैन मुनि विनम्र सागर महाराज ने सनातन हिंदू पदयात्रा पर उठाए सवाल, जानिए क्या कहा?
- Men’s Under-19 Asia Cup 2024: चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर जारी विवाद के बीच भारतीय फैंस के लिए आई बुरी खबर, U19 एशिया कप के पहले मैच में पाकिस्तान से मिली करारी शिकस्त
- ये क्या देख लिया! सुबह खेत गए ग्रामीणों की नजर में आई ये चीज, देखकर रह गए सन्न
- सरकारी वाहन में राहुल गांधी के खिलाफ डिबेट सुन रहा था यात्री, ऊपर तक पहुंची शिकायत, जानिए क्या है पूरा मामला
- ‘अब AI नहीं, HI चलेगा’, धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा बयान, कहा- हिंदू एकजुट नहीं हुआ तो अल्पसंख्यकों जैसी होगी स्थिति, इंदौर में करेंगे पैदल यात्रा