वाराणसी. तिरुपति लड्डू प्रसाद मामले के बाद से उठी सनातन बोर्ड के गठन की मांग अब तेज हो रही है. सनातन बोड के गठन को लेकर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर भी लगातार मुखर हैं. अब फिर उन्होंने इस मांग को दोहराया है. उनका कहना है कि मंदिरों से सरकार का नियंत्रण खत्म हो इसके लिए सनातन बोर्ड का गठन करना बहुत आवश्यक है. ‘मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से दूर करना आवश्यक है, जिससे तिरुपति प्रसाद जैसा विवाद कभी दोबारा ना हो.’

उन्होंने आगे कहा कि ‘सनातन संस्कृति से जुड़े धर्माचार्य विद्वान सीधे तौर पर हमारे धार्मिक स्थलों की देखरेख, निगरानी और उनकी व्यवस्थाओं के लिए तत्पर रहेंगे.’ इसके अलावा उन्होंने काशी के साधु संतों से भी सनातन बोर्ड की गठन के लिए आशीर्वाद मांगा और जल्द इस बोर्ड के गठन की कामना की.

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बता दें कि बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति को लेकर भी लगातार इस पर बोल रहे हैं. खासकर इस्कॉन के पुजारी की गिरफ्तारी को लेकर उन्होंने इसकी निंदा की थी. वे पहले भी बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता जता चुके हैं. उन्होंने अपने बयान में कहा था कि ‘बांग्लादेश में क्या हो रहा है, देखिए, वहां इस्कॉन के पुजारी ने हिंदुओं से उनकी सुरक्षा के लिए एकजुट होने का आग्रह किया, उस व्यक्ति को उठाकर जेल में डाल दिया गया और कोर्ट में भी बेल नहीं मिली सीधे जेल’.

एक हो जाओ- देवकीनंदन ठाकुर

उन्होंने सनातनियों से कहा था कि आपके आसपास क्या हो रहा है उसे भी ध्यान रखिए. बांग्लादेश में जो हिंदू आवाज उठा रहे हैं उन पर पुलिस लाठियां बरसा रही हैं. हिंदुओं के घरों पर आक्रमण हो रहे हैं. कोई भी कहीं भी मिल जा रही है तो टोल के टोल जाकर कुछ तथाकथित लोग उन्हें मार रहे हैं, जला रहे हैं. हिंदुओं की रक्षा के लिए एक पुजारी ने ये कह दिया कि एक हो जाओ नहीं तो परिस्थिति विकट होगी, तो उन्हें उठाकर जेल में डाल दिया गया.