विक्रम मिश्र, लखनऊ. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर भाजपा और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने भाजपा सरकार पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगाया है. साथ ही किसानों से झूठे वादे करने, छलावा करने के साथ भाजपा की नीतियों को किसान विरोधी और पूंजीघरानों की पोषक बताया है.

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों की जमीन और फसलों को लूटा है. किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई है. फसलों की सही कीमत भी नहीं मिल रही है. देश के विभिन्न भागों में तमाम योजनाओं के लिए किसानों की जमीनों का अधिग्रहण होता है लेकिन सरकार उन्हें बाजार के अनुसार लाभप्रद कीमत नहीं देती है.

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भाजपा किसानों की जमीन छीन कर औद्योगिक घरानों को औने-पौने दामों पर दे देती है. यही दशा किसानों की फसलों की है. किसानों की फसल सस्ते में खरीद कर मुनाफा में ऊंची कीमत पर बेची जाती है. भाजपा सरकार अपने करीबी उद्योगपतियों और व्यापारियों को मुनाफा कमाने का अवसर प्रदान करती है. उत्तर प्रदेश में किसानों का बुरा हाल है. लगातार बढ़ती महंगाई से खेती की लागत बढ़ गई हैं.

सरकार किसानों को खाद और बीज भी नहीं दे पा रही है. पूरे प्रदेश में डीएपी खाद की भारी कमी है. इस कमी के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है. प्रदेश के हर जिले में खाद की कालाबाजारी हो रही है. भाजपा नेताओं ने समितियों में अपना कब्जा कर खाद की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी की. किसान लम्बी-लम्बी लाइनों में खड़े रहते हैं. फसलों की बुआई के लिए खाद नहीं मिली. भाजपा सरकार हर स्तर पर किसानों का शोषण कर रही है. जब किसान महंगी खाद, महंगी जुताई, महंगी बुआई, महंगी सिंचाई और महंगे कीटनाशक डाल कर फसल तैयार करता है तब उसकी फसल का लाभकारी मूल्य उसे नहीं मिलता है.

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इन दिनों किसान धान को लेकर परेशान है. धान खरीद नहीं हो रही है. सरकार ने गन्ना मूल्य नहीं घोषित किया. भाजपा सरकार में किसान सबसे ज्यादा परेशान है. भाजपा की शोषणकारी नीतियों से त्रस्त किसान 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से हटाकर अपने अपमान और शोषण का बदला लेने को संकल्पित है.