प्रदीप गुप्ता, कवर्धा. कवर्धा व्यापार मेला महोत्सव के अंतर्गत पांचवें दिन बुधवार को आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का देर रात तक श्रोताओं ने भरपूर आनंद लिया. हास्य, व्यंग्य, गीत-ग़ज़ल से भरपूर बुधवार की शाम कवर्धा के साहित्यिक इतिहास में हमेशा-हमेशा के लिए दर्ज हो गया.
कवि सम्मेलन में सुप्रसिद्ध कवि पद्मश्री सुरेंद्र दुबे के हास्यमय संचालन में पैरोडीकार कौशल साहू ने छत्तीसगढ़ी में अपनी हास्य रचनाएं प्रस्तुत की, ओज कवि देवेंद्र परिहार ने राष्ट्रीयता से ओत-प्रोत अपनी रचनाओं से देशभक्ति का संचार किया. युवा ग़ज़लकार आशीष तन्हा ने अपनी ग़ज़लों से माहौल में एक अलग तरह की रूमानियत पैदा की, वहीं एकमात्र कवयित्री के रूप में राजस्थान से आई डॉ. भुवन मोहिनी ने श्रृंगार रस का अद्भुद माधुर्य घोला. सतना से पहुंचे हास्य कवि अशोक सुंदरानी की हास्य प्रस्तुति ने श्रोताओं को हंसने पर मजबूर कर दिया.
कार्यक्रम में अतिथि के रूप में प्रदेश भाजयुमो अध्यक्ष विजय शर्मा, पूर्व संसदीय सचिव मोतीराम चंद्रवंशी, समाजसेवी प्रकाश उपाध्याय, अतुल देशलहरा, सतीश जैन उपस्थित रहे. अंत में आयोजन समिति की ओर से अभिषेक पाण्डेय, वेदांत शर्मा, उमंग पाण्डेय, खिलेश बंजारे, अभिषेक चंद्रवंशी, शिव ठाकुर व ड्रीम सोशल वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों ने स्मृति चिन्ह भेंट कर आमंत्रित कवियों व अतिथियों का सम्मान किया.