Rajasthan News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री भरत सिंह कुंदनपुर एक बार फिर सुर्खियों में हैं। मंगलवार रात उन्होंने कोटा जिले के सिमलिया थाने के बाहर कड़ाके की ठंड में धरना दिया। यह धरना कांग्रेस के सिमलिया मंडल अध्यक्ष महावीर मीणा की गिरफ्तारी के विरोध में किया गया। धरने में बड़ी संख्या में उनके समर्थक और ग्रामीण शामिल हुए।  हालांकि काफी देर तक पुलिस अधिकारियों के मान मनौव्वल और आश्‍वासन पर उन्होंने अपना धरना समाप्त किया।

क्या है पूरा मामला?

दो साल पहले अवैध खनन के मामले को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता महावीर मीणा और अन्य लोगों के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज हुआ था। इस पर महावीर मीणा ने भी सिमलिया थाने में पलटकर शिकायत दर्ज करवाई थी। उस समय इस मामले की जांच सीआईडी-सीबी को सौंपी गई थी।

अब अचानक सिमलिया पुलिस ने महावीर मीणा को गिरफ्तार कर लिया, जिससे पूर्व मंत्री भरत सिंह ने नाराजगी जताई। उन्होंने इसे एकतरफा कार्रवाई बताते हुए थाने के बाहर धरना शुरू कर दिया। उनके साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और ग्रामीण भी पहुंच गए।

सिमलिया थाने के इंचार्ज रघुवीर सिंह के अनुसार, सीआईडी-सीबी की जांच में महावीर मीणा और उनके साथी राजकुमार दोषी पाए गए हैं। हालांकि, इस मामले में दूसरे पक्ष के लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। रघुवीर सिंह ने कहा कि महावीर मीणा के साथी राजकुमार की गिरफ्तारी भी जल्द होगी।

भरत सिंह का आरोप

भरत सिंह ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई जानबूझकर उनके समर्थकों को निशाना बनाने के लिए की गई है। उन्होंने पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाया और कहा कि इस मामले में केवल उनके पक्ष के लोगों को टारगेट किया जा रहा है, जबकि दूसरे पक्ष को छोड़ दिया गया।

दो पूर्व मंत्रियों की पुरानी अदावत

इस विवाद ने कांग्रेस के अंदर दो गुटों के बीच पुरानी दुश्मनी को फिर उजागर कर दिया है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में भी भरत सिंह और कैबिनेट मंत्री प्रमोद जैन भाया के बीच अवैध खनन को लेकर विवाद हुआ था। भरत सिंह ने कई बार प्रमोद जैन भाया के खिलाफ मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर शिकायत की थी।

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