यहां मिट्टी में लोटते हैं लोग, साथ भरकर ले जाते हैं रेत

गोकुल के रमण रेती मंदिर परिसर में हर तरफ रेत ही रेत है

यहां जो भी कृष्ण भक्त आता है, बिना रेत में लोटे नहीं जाता

फागुन मास में यहां भक्तों की भीड़ बढ़ जाती है, मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने बाल रूप में इस रेत पर लीलाएं की थीं

लोग मानते हैं कि इस रेत से बीमारियां दूर हो जाती हैं

स्वर्ण मंदिर में गोलीबारी की कहानी पुरानी, कई साल पहले भी बिछ चुकी हैं लाशें