Rajasthan News: राजस्थान के जालोर में एक अजीब मामला सामने आया है, जहां एक हेड कांस्टेबल को सैल्यूट करने के तरीके को लेकर न्यायालय में विवाद हो गया। इस घटना के बाद पुलिस महकमे ने सख्त कदम उठाया है, और हेड कांस्टेबल को सैल्यूट करने का सही तरीका सिखाने के लिए ट्रेनिंग पर भेजा गया है।

क्या है मामला?

जालोर जिला न्यायालय में यह घटना हुई, जब हेड कांस्टेबल पुनमाराम गवाही देने के लिए पहुंचे थे। कोर्ट में न्यायाधीश के सामने पहुंचते ही उन्होंने सैल्यूट किया, लेकिन उनके सैल्यूट का तरीका जज साहब को बिल्कुल भी पसंद नहीं आया। जज ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए इसे न्यायालय की गरिमा के खिलाफ बताया। जज साहब ने पाली रेंज के IG को लिखित शिकायत भेजी, जिसमें उन्होंने कहा कि हेड कांस्टेबल को सैल्यूट करने का उचित तरीका नहीं आता, जो न्यायालय के समक्ष सही आचरण नहीं है।

जज ने अपने पत्र में यह भी कहा कि इस अनुचित व्यवहार से यह प्रतीत होता है कि हेड कांस्टेबल को सही प्रशिक्षण की आवश्यकता है, ताकि वे न्यायालय में उपयुक्त आचरण दिखा सकें और कोर्ट की गरिमा बनाए रखें।

IG का एक्शन

जज की शिकायत मिलने के बाद IG ने तुरंत ही जालोर जिले के एसपी ज्ञान चंद्र यादव को पत्र भेजा। इसमें उन्होंने हेड कांस्टेबल को पुलिस लाइन भेजने का आदेश दिया, ताकि उन्हें सैल्यूट करने का सही तरीका और न्यायालय में व्यवहार के नियमों की ट्रेनिंग दी जा सके।

एसपी ने पुलिस लाइन के निरीक्षक को आदेश दिया कि हेड कांस्टेबल पुनमाराम को सात दिन तक परेड कराते हुए सैल्यूट का अभ्यास कराया जाए। इसके साथ ही, उन्हें न्यायालय में उपस्थिति के दौरान उपयुक्त आचरण के बारे में पूरी जानकारी दी जाए।

आदेश पत्र और सोशल मीडिया पर चर्चा

एसपी ज्ञान चंद्र यादव का आदेश पत्र अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस आदेश में 30 नवंबर की तारीख है, और इसे लेकर अब लोगों के बीच चर्चाएं हो रही हैं। कुछ लोग इसे अनुशासन के मुद्दे के रूप में देख रहे हैं, जबकि अन्य इसका मजाक बना रहे हैं। हालांकि, इस पूरे मामले में एक बात स्पष्ट है कि न्यायालय और पुलिस महकमा दोनों ही न्यायालय में कामकाजी अनुशासन को लेकर बहुत गंभीर हैं।

पढ़ें ये खबरें