गोरखपुर. बहुत देर हो गई मेहरबां आते-आते… ये कहावत यूपी पुलिस पर बिल्कुल सटीक बैठती है. सीएम योगी के गृह जिले गोरखपुर में शिवधनी हत्याकांड पुलिस की लापरवाही का ही नतीजा कहा जा रहा है. अगर विवाद के बाद पुलिस समय रहते कार्रवाई कर देती तो शायद ये घटना नहीं घटती. अगर पुलिस की लापरवाही न होती तो एसएसपी साहब अपने 3 पुलिस कर्मियों को निलंबित न करते. हालांकि, सीएम योगी प्रदेश में जीरो टॉलरेंस के दावे करते हैं, लेकिन उनका दावा कई दफा हवा-हवाई साबित होता दिखाई देता है. ऐसे में सीएम योगी को इस हकीकत से भी वाकिफ होना चाहिए कि उनकी जीरो टॉलरेंस की नीति पर उनका पुलिसिया तंत्र ही पलीता लगा रहा है, जो उनके नकारेपन का सबूत है.

इसे भी पढ़ें- कितना घटिया इंसान है ये! शादी में थूक लगाकर रोटी बनाता दिखा युवक, पकड़ा गया तो… देखें VIDEO

बता दें कि एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने शिवधनी हत्याकांड मामले में 3 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया है. ग्रोवर ने लापरवाही बरतने पर गीडा थाने में तैनात दरोगा अजय राज यादव, आरक्षी जितेंद्र यादव और आशीष वर्मा को निलंबित किया है. साथ ही सभी के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं. इस कार्रवाई से ये तो साफ है कि ‘राम राज’ की बात करने वाले सीएम योगी के दावे केवल खोखले हैं. इनका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है. अगर वास्तविकता से जरा भी लेना देना होता तो शिवधनी की जान नहीं जाती.

इसे भी पढ़ें- ‘बाबा’ कब थमेगा बवालः धार्मिक सद्भभाव बिगाड़ने चाहते हैं उदय प्रताप कॉलेज के छात्र, जुमे की नमाज को लेकर किया हंगामा, ये पढ़ने आते हैं या नेतागिरी करने!

घटना को लेकर सवाल ये भी उठ रहे हैं कि मंचों से तो कई बार प्रदेश के मुखिया गुंडे-बदमाशों को धमकाते हैं और यूपी पुलिस की पीठ थपथपाते हैं, लेकिन हकीकत इसके विपरीत है. कहा तो ये भी जा रहा है कि सीएम योगी को दावा करने से पहले उसकी हकीकत भी जान लेनी चाहिए कि क्या वाकई में हमारा सिस्टम इतना काबिल है कि प्रदेश में बढ़ते कानून को रोका जा सके. अगर ऐसा नहीं है तो सीएम योगी को ऐसे दावे करना छोड़ देना चाहिए और जनता से अपने दावों को लेकर माफी मांग लेनी चाहिए.

क्या था पूरा मामला

अमटौरा गांव निवासी शिवधनी निषाद के घर सोमवार को मुंडन कार्यक्रम था. इस दौरान रास्ते में खड़ी साइकिल हटाने को लेकर पड़ोस में रहने वाले मनबढ़ आरोपी शिवधनी से विवाद करने लगे. इसमे शिवधनी को चोट आई थी. रात के समय ही थाने पहुंचकर उसने तहरीर दी. मंगलवार सुबह बुलाकर पुलिस ने उसका मेडिकल कराया, लेकिन सुबह तीन बजे वह घर वापस पहुंचा तो तहरीर देने से नाराज मनबढ़ घर पर चढ़कर शिवधनी को गोली मार दी. इस दौरान बीच बचाव में आई पत्नी के हाथ में भी गोली लग गई.