रायपुर– छत्तीसगढ़ के कुख्यात फोन टैपिंग कांड पर वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री व एडवोकेट किरणमयी नायक ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और उनकी पार्टी बदलापुर का राग अलापते थक नहीं रही है. लेकिन अब उन्हें जनता को बताना चाहिए कि पिछले 15 सालों में फ़ोन टैपिंग करवाने में मुकेश गुप्ता और रजनीश सिंह के पीछे कौन है, और इस घोर अनैतिक,अलोकतांत्रिक षड्यंत्र के जरिये वो किससे बदला ले रहे थे ?
उन्होंने कहा कि तमाम नैतिक मूल्यों को त्याग कर अवैध फोन टैपिंग के पीछे मकसद सिर्फ राजनैतिक-प्रशासनिक षड्यंत्र था और ऐसे ही षड्यंत्रों के जरिये भय और आतंक का माहौल बना कर रमन सिंह इस प्रदेश पर राज कर रहे थे. डॉ.रमन सिंह ही थे जिनके इशारे पर मुकेश गुप्ता और रजनीश सिंह फोन टैपिंग कर रहे थे. नायक ने कहा कि यह जनचर्चा है कि अवैध रूप से फोन टैपिंग राज्य में भय का माहौल निर्मित करने के लिए ही नहीं बल्कि राजनैतिक-प्रशासनिक ब्लैकमेलिंग के लिए भी की जाती थी.
उन्होंने कहा कि पिछले पंद्रह वर्षों में इस राज्य का बच्चा-बच्चा यह जानने लगा था कि छत्तीसगढ़ में मोबाइल फ़ोन पर बात करना सुरक्षित नहीं है. चाहे राजनीतिक दलों के लोग हों या अफसर, पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता या मानवाधिकार कार्यकर्ताओं से लेकर व्यापारी वर्ग तक इंटरनेट कॉलिंग में यकीन करने लगा था. चर्चा तो ये भी होती थी कि मुकेश गुप्ता या रजनीश सिंह जैसे अफसर अपने आकाओं के इशारे पर सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं और सरकार के मंत्रियों तक के फ़ोन कॉल्स अवैध रूप से सुनते थे. रमन सरकार ने हर स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों का ही हनन नहीं किया बल्कि नागरिकों की निजता के संवैधानिक अधिकारों पर भी हमला किया. फ़ोन टैपिंग के मामले से साफ होता है कि 15 साल से सरकार को अनैतिक रूप से बनाए रखने के लिए बीजेपी की सरकार ने किन-किन हथकंडों का उपयोग किया है !
किरणमयी नायक ने कहा कि जिस षड्यंत्र को भूपेश सरकार ने महज पचास दिनों में उजागर कर दिया उसे रमन सरकार इतने वर्षों तक सत्ता में रहने के बावजूद उजागर क्यों नहीं कर पाई ? वजह साफ है कि इन पंद्रह वर्षों में रमन सिंह केवल अपने प्रतिद्वंद्वियों को निपटाने में लगे रहे. उन्होंने पहले अपनी पार्टी के तमाम बड़े नेताओं को निपटाया और फिर झीरम कांड की जांच तो एसआईटी कर ही रही है.
पूर्व महापौर किरणमयी नायक ने कहा कि दरअसल लोकतांत्रिक संस्थाओं पर कब्ज़ा करने के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और बीजेपी के जाने पहचाने हथकंडों में से एक है फ़ोन टैपिंग ! उन्होंने कहा कि इसी वजह से छत्तीसगढ़ की जनता ने पहले इन्हें विधानसभा चुनाव में धूल चटाई और अब रही सही कसर लोकसभा चुनावों में पूरी हो जाएगी.