Saras Food Festival: दिल्ली के दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस के बाबा खड़क सिंह मार्ग पर आयोजित सरस फूड फेस्टिवल में लोग देश भर के 25 राज्यों की संस्कृति और स्वाद से परिचित होते हैं, उनके सामाजिक ताने बाने को जानते हैं और उनके प्रसिद्ध भोजनों से परिचित होते हैं. देश भर के 25 राज्यों से लगभग 150 महिला उद्यमी और स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं इस फेस्टिवल में अपनी कला का प्रदर्शन करने के अलावा 30 से अधिक स्टॉलों पर 300 से अधिक व्यंजनों को दिल्लीवासियों को दे रही हैं.
नॉनवेज प्रेमियों के लिए सरस फूड फेस्टिवल में देश भर के स्वाद का जायका भी उपलब्ध है. 1 दिसंबर से 17 दिसंबर तक, दिल्ली वाले जम्मू-कश्मीर के नॉनवेज जायके, जैसे आंध्रा का हैदराबादी चिकन दम बिरयानी और तेलंगाना का मटन बिरयानी का लुत्फ उठा सकते हैं.
इन राज्यों के मशहूर व्यंजनों का ले सकते हैं लुत्फ
इस फेस्टिवल में लोगों को तेलंगाना का हैदराबाद दम बिरयानी, कबाब, ओडिशा का मुगलई चिकन, तंदूरी चिकन, रस मलाई, अरुणाचल प्रदेश का खास बंबू राइस, चाऊमीन, बंबू चिकन, महाराष्ट्र का पुरन पूरी, वड़ा पाव, मिसल पाव, गावरन चिकन, भाकरी और राजस्थानी दाल बाटी चूरमा, प्याज कचोरी, दाल कचोरी और हरियाणा का राजमा चावल, बाजरे की रोटी और कढ़ी चावल भी हैं.
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यहां लोगों को केरल का मालाबार स्नैक, उत्तपम, कप्पा फिश कढ़ी, नन्नारी शबरत, वनसुंदरी हर्बल चाय, हनी ग्रैप जूस, फ्रेश फ्रूट जूस, लेमन एड्स, और पंजाब का सरसों का साग और मक्के की रोटी, छोले भटूरे, राम लड्डू, दाल मखनी और मक्के की रोटी, उत्तर प्रदेश का पराठा, रोल्स, कबाब, असम मशरूम मोमोज, स्टिकी स्टीम राइस और मशरूम कढ़ी, स्टिकी राइस खीर, लोगों को खाने के लिए अरुणाचल प्रदेश का पाथेर कुलू, तंदूरी चिकन, आंध्र चिकन, दम बिरयानी, गुजरात का ढोकला, दाल, उत्तराखंड का झंगर खीर, पिज्जा, गोआ का गोन फिश कढ़ी, प्रॉन फाइ और रोज ऑमलेट भी हैं.
यह सरस फ़ूड फेस्टिवल तीसरी बार आयोजित हो रहा
यह सरस खाद्य फेस्टिवल देश की राजधानी, कनॉट प्लेस में आयोजित हो रहा है. इसका उद्देश्य देश की खाद्य संस्कृति से लोगों को परिचित कराना है और ग्रामीण महिलाओं को प्रेरित करना है. इस सरस फूड फेस्टिवल का तीसरा मौका है, जो मंत्रालय द्वारा व्यापक रूप से आयोजित किया जाता है.
क्या है उद्देश्य
यदि आप इस उत्सव में जाना चाहते हैं, तो जान लीजिए कि इसका मुख्य उद्देश्य न केवल लोगों को अलग-अलग राज्यों के स्वादिष्ट भोजन प्रदान करना है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को आकर्षित करना है. आपको कोई टिकट या एंट्री शुल्क नहीं देना होगा. इस उत्सव में किसी भी वर्ग और आयु के लोग शामिल हो सकते हैं; यह 11 बजे शुरू होता है और रात 10 बजे तक जारी रहता है. आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर इसका आनंद ले सकते हैं और देश भर के विभिन्न व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं.
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