Dharm Parivartan: फिरोजपुर. फिरोजपुर के गांव इच्छेवाला में का एक मामला सामने आया है, जिसमें पैसे की किल्लत के कारण एक परिवार ने सिख धर्म छोड़ कर ईसाई धर्म को अपना लिया है. ईसाई धर्म को अपनाने वाले इस परिवार ने बेअदबी करते हुए श्री गुटका साहिब व अन्य धार्मिक ग्रंथ को कूड़ेदान में फेंक दिया है.
इस घटना की जानकारी तब हुई, जब सिख स्टूडेंट फेडरेशन के सदस्यों ने धार्मिक ग्रंथों को कूड़े में पड़े देखा तो लोग आक्रोशित हो गए और उस परिवार के घर जा सारा मामला पूछा.
परिवार ने खुद इस बात को माना वे सिख धर्म छोड़कर मतांतरण कर ईसाई बन गए हैं. परिवार ने यह भी बताया कि पादरी ने उन्हें दो लाख रुपये की सहायता दी थी. परिवार ने बताया कि घर में हमेशा पैसों की तंगी के चलते कलह रहती थी, जिस कारण उन्होंने यह राशि लेकर धर्म परिवर्तन कर लिया है.
मामले में हुआ एफआईआर (Dharm Parivartan)
परिवार के मुखिया धरमिंदर सिंह के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है, परंतु दर्ज एफआईआर में अभी पादरी का नाम शामिल नहीं किया गया है.
सिख स्टूडेंट फेडरेशन के सदस्य थाने के बाहर जमा हो गए. स्थिति को देखते हुए पुलिस ने आरोपित को किसी अन्य स्थान पर छोड़ दिया. गांव में तनाव को देखते हुए परिवार के दूसरे सदस्यों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी के मुखिया लखबीर सिंह महालम ने पुलिस को चेतावनी दी कि पूरे परिवार पर एफआईआर दर्ज हो साथ ही जिस पादरी ने परिवार को धर्मांतरण करने के साथ ही श्री गुटका साहिब, सिख व अन्य धर्म के ग्रंथों की बेअदबी करने के लिए उकसाया है, उसका नाम भी एफआईआर में शामिल किया जाए.
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