क्या होता है Vaping?  किस टेक्नोलॉजी पर करता है काम

वेपिंग एक नई प्रवृत्ति है जो हाल के वर्षों में तेजी से लोकप्रिय हो गई है.

इसमें इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग करके लिक्विड (e-liquid) को वाष्प (Vapour) में बदला जाता है

जिसे सांस के माध्यम से शरीर के अंदर लिया जाता है.

यह पारंपरिक सिगरेट का एक विकल्प माना जाता है और इसे कम हानिकारक होने का दावा किया जाता है.

वेपिंग डिवाइस, जिसे ई-सिगरेट या वेप पेन कहते हैं

इसमें एक हीटिंग एलिमेंट (कॉइल) होता है जो लिक्विड को गर्म करता है.

यह लिक्विड आमतौर पर निकोटिन, फ्लेवरिंग एजेंट्स, प्रोपाइलीन ग्लाइकोल और वेजिटेबल ग्लिसरीन से बना होता है.

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