जीतेन्द्र सिन्हा, राजिम। धर्म नगरी राजिम और इसके आसपास के इलाकों में अवैध शराब की खुलेआम बिक्री हो रही है. सूत्र की माने तो आबकारी विभाग से इस क्षेत्र की जिम्मेदारी संभाल रहे अफसर को भी इसकी जानकारी है. विभाग को पता है कि राजिम में प्रमुख मार्ग स्थित कुणाल डाबा, कुंडेल, निषाद ढाबा, बोरसी, के प्रदीप ढाबा, रक्शा, जोगी डीपा, बनगवा, करपीदादर, बेलर,चरौदा, छुईया, रोहिना, पोड़, सिलायारी बहारा, पतोरी चैतरा, फुलझर में रोजाना देशी अंग्रेजी शराब सहित महुवा से बनी कच्ची शराब की अवैध बिक्री होती है. इस संबंध में ग्रामीणों ने कई बार लिखित और मौखिक शिकायत भी की है.
रेड कार्रवाई हुई पर केस लावारिस बनाया
पिछले एक साल में विभाग ने दर्जन भर ठिकानों पर कार्रवाई भी किया, लेकिन सभी प्रकरण को लावारिस बता कर आरोपी का समर्थन भी कर दिया गया. अवैध शराब की जब्ती तो बनी लेकिन आरोपी पर कार्रवाई नहीं होने से आरोपी दोबारा शराब के गोरख धंधा में लग जाते हैं. समय-समय पर फिंगेश्वर क्षेत्र में आयोजित सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक मंच में अवैध शराब बिक्री के खिलाफ आवाज उठाई गई. जिसके बाद आबाकारी विभाग के जिम्मेदार हर बार कार्रवाई की खानापूर्ति कर मामले को रफा दफा करने की कोशिश में लगे रहते हैं.
राजस्व देने वाली सरकारी चखना दुकान किए गए सरेंडर
राजिम सर्कल क्षेत्र में राजस्व देने वाले 5 चखना दुकान में से राजिम फिंगेश्वर, बासीन के दुकान बंद हो गए इन तीन दुकानों से प्रति माह 5 लाख के राजस्व मिलते थे. इनके आसपास 25 से ज्यादा चखना सेंटर विभागीय संरक्षण में खुल गए, लिहाजा अफसरों को सीधे फायदे पहुंचाने वाले दुकान फल फूल गए जबकि सरकारी कोष भरने वाले सरकारी अहाता को संचालकों द्वारा मजबूरी में बंद कर दिया गया. निजी फायदे के लिए अवैध चखना सेंटर में अवैध शराब की बिक्री भी जम कर हो रही है.
जब आबकारी सहायक उपनिरीक्षक कन्हैया लाल कुर्रे से मोबाइल पर ग्रामीण क्षेत्रों में खुलेआम हो रही शराब की बिक्री के बारे में पूछा गया तो उन्होंने उल्टा मीडिया को बुलाकर कहा कि जहां अवैध शराब बिक रही है, वह बताएंगे और हम उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे. बहरहाल, उन्होंने अवैध चकना सेंटर में हर माह कार्रवाई किये जाने की जानकारी दी, लेकिन अवैध रूप से संचालित चकना सेंटर को बंद कराने के संबंध में उनके पास से कोई जवाब नहीं मिला.
वहीं मामले को लेकर जिला आबकारी आधिकारी राठौर से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि महीने में समय-समय पर विभाग द्वारा कार्रवाई किये जाने की जानकारी दी गई. लेकिन जब उनसे पूछा गया कि कब और कहां कितनी कार्रवाई हुई तो उन्होंने मौखिक रूप से कहा कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है और फोन काट दिया.
बहरहाल, चखना सेंटरों और ग्रामीण इलाकों में अवैध शराब बेचने का धंधा जोरों पर है.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक