रायपुर- जेसीसी-जे के प्रवक्ता नितिन भंसाली ने भी भाजपा शासनकाल में हुए घोटाले की शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से करते हुए कार्यवाही की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि आबकारी विभाग में संविदा पर वर्षों से कार्यरत अधिकारी समुन्द्र सिंह की ठेकेदारों, अधिकारियों और बीजेपी मंत्रियों की मिलीभगत थी. इससे वह बीजेपी शासनकाल में विगत 5 वर्षों में शराब ठेका ओर बिक्री के नाम पर लगभग 5000 करोड़ के घोटाले किये गए. जेसीसी-जे प्रवक्ता ने मुख्य 119 पेज के दस्तवेजों के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और शासन के वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत करते हुए घोटालो की जांच एसआईटी या ईओडब्ल्यू से कराने की मांग की है.
नितिन भंसाली ने बताया कि बीजेपी शासनकाल में वर्ष 2012 से 2017 तक आबकारी विभाग ने शराब ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए कमीशनखोरी के नाम से गैर कानूनी तरीके से सारे नियमों को ताक में रखते हुए शराब बिक्री पर 50 से 60 प्रतिशत का प्रॉफिट मार्जिन यानी लाभ दिया जो कि अन्य राज्यों की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा है, जिसकी राशि करोड़ों में हैं. नितिन ने बताया कि बीजेपी शासनकाल में शराब के मूल्य निर्धारण का कोई मापदंड नहीं था, जिसकी वजह से मूल्य निर्धारण का कार्य आबकारी विभाग द्वारा मनमाने तरीके से करते हुए शराब ठेकेदारों को करोड़ों रूपये का लाभ पहुंचाया गया है.
नितिन भंसाली ने बताया कि आबकारी विभाग के भ्र्ष्ट अधिकारियों ने शासन प्रशासन से मिलीभगत कर लोकल ब्रांड की शराब को बिना मापदंडों के परीक्षण के मनमाने तरीके से IMFL (Indian made foreign liquor) की श्रेणी में रखते हुए इन लोकल ब्रांड की शराबों का बिक्री मूल्य निर्धारण महंगी दरों पर करते हुए इससे शराब ठेकेदारों को करोड़ों रुपए का लाभ पहुंचाते हुए कमीशनखोरी कर इस घोटाले को अंजाम दिया है.
नितिन भंसाली ने बताया कि वर्ष 2012 से वर्ष 2017 तक लॉटरी के माध्यम से शराब दुकानों के आंबटन की प्रक्रिया में शराब ठेकेदारों ने अपने गुर्गों, कर्मचारियों के नाम पर लॉटरी के माध्यम से जो दुकाने हासिल की थी जिन प्रत्येक दुकानों का वार्षिक टर्नओवर करोड़ों रुपयों की संख्या में है जिसका एक रुपया भी आयकर ठेकेदारों ने नही चुकाते हुए करोड़ों रुपयों की कर चोरी को अंजाम दिया है, नितिन ने बताया कि कई लोगों को जिनके नाम पर ठेकेदारों ने शराब दुकाने संचालित की उनको खुद इस बात की जानकारी नहीं है कि उनके नाम पर शराब ठेकेदारों ने करोड़ों रुपए का व्यवसाय किया है और उसका आयकर भी नहीं पटाया है.
नितिन भंसाली ने बताया कि 9 वर्षों से संविदा में आबकारी विभाग में पदस्थ रहेते हुए करोड़ों के इस घोटाले के मुख्य सूत्रधार तत्कालीन एक मंत्री के खास अधिकारी समुन्द्र सिंह सरकार बदलने के दिन ही अपना इस्तीफा देकर कही अंडर ग्राउंड हो गए है, जिनका वर्तमान तक कोई अता पता नहीं है.