शंभू बॉर्डर। किसान आंदोलन में बैठे किसान दिल्ली कूच करने को पूरी तैयारी में हैं। लगातार एक के बाद एक उन्हें रोकने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन किसान अपने बातों पर अब भी अडिग है हालत को देखते हुए शंभू बॉर्डर के पास के करीब 12 गांव में इंटरनेट की व्यवस्था बंद की गई है जिससे कोई भी उत्तेजित करने, दंगे का माहौल बनाने वाले मैसेज सोशल मीडिया के जरिए संचारित ना किया जा सके।

दिल्ली जाने से पहले शंभू बॉर्डर और उसके आस-पास के गांवों में 12 गांवों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। किसान नेताओं की मानें तो आज 101 किसानों का दल दोपहर 12 बजे जाएगा। इससे पहले भी किसान दो बार दिल्ली कूच कर चुके हैं लेकिन दोनों बार ही उन्हें हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक दिया था। अनुमति नहीं मिलने के कारण किसानों को वापस आना पड़ा लेकिन आज एक बार फिर से कोशिश जारी की जा रही है।

इंटरनेट बंद करने को लेकर पंढेर का कहना है कि सरकार हम पर डिजिटल इमरजेंसी लगाने की कोशिश कर रही है। हमारे सोशल मीडिया पेजों पर भी एक्शन लिया गया गया है। हमारी आवाज को दबाने की कोशिश भी की गई है। उनका कहना है कि हमारा जत्था जैसे ही दिल्ली की ओर बढ़ता है। वैसे ही हरियाणा पुलिस कार्रवाई कर देती है किसानों पर हमला भी किया जाता है। इन सब के चलते सरकार भी बेनकाब हो रही है।

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने बताया कि आंदोलन के चलते 306 दिन और जगजीत सिंह डल्लेवाल को अनशन पर बैठे हुए 18 दिन हो गए हैं। अनशन पर बैठे हुए जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत बिगड़ रही है वह लगातार डॉ की मॉनिटरिंग में हैं।