रायपुर- विधानसभा सत्र की आगे की रणनीति के लिए नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के निवास पर बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई. इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, धरमलाल कौशिक सहित 13 विधायक शामिल हुए. विद्यारतन भसीन स्वास्थ्यगत कारणों के चलते शामिल नहीं हुए. वहीं रामपुर विधायक ननकीराम कंवर भी नदारद रहे. बता दें कि ननकीराम कंवर नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाए जाने से नाराज चल रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष चयन के बाद उन्होंने माला पहने से भी इंकार कर दिया था.

बैठक खत्म होने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने बताया कि विधानसभा में प्रस्तुत होने वाले विभागीय प्रतिवेदन पर बोलने के लिए विधायकों के विभाग तय किए गए. ध्यानाकर्षण की रणनीति तैयार की गई. साथ ही 15 फरवरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दौरे को लेकर विधायकों की जिम्मेदारी तय की गई है.

अजय चंद्राकर ने कहा कि महत्वपूर्ण विषय है कि विभागीय प्रतिवेदन पर चर्चा शुरू होगी तो हमारे विधायक कौन-कौन से विभाग पर बोलेंगे, इसको लेकर चर्चा हुई. दूसरी महत्वपूर्ण बात है जो रोज के विषय हैं ध्यानाकर्षण, प्रश्नकाल उसको लेकर रणनीति तैयार हुई है. 15 तारीख को राष्ट्रीय अध्यक्ष आ रहे हैं, उसमें विधायकों की क्या भूमिका रहेगी इस पर विस्तार से चर्चा हुई.

विधायकों के परफॉर्मेंस के सवाल पर उन्होंने कहा कि दो दिन ही सत्र को हुआ है. इतनी जल्दी परफॉर्मेंस नहीं देखा जा सकता. सदन में हम तेवर नहीं दिखा रहे हैं, जनहित की उपेक्षा हमें स्वीकार नहीं है. हम चर्चा से भागे नहीं है.

एनआईए का पत्र मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में पढ़कर सुनाने के मामले पर बोले कि मुख्यमंत्री ने पत्र दिखाया और खुद ही पढ़ लिया. हमें पढ़ने नहीं दिया गया और ना ही विधानसभा पटल पर रखा गया. पूरी जनता और प्रदेश के लोग झीरम घाटी जांच की बात करते हैं. पूर्व सीएम रमन सिंह ने जांच के लिए न्यायिक आयोग बनाया था. वर्तमान सरकार को जो जांच कराना है कराए, हम सहयोग देंगे.