यूपी के टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट में हुए प्रमोशन घोटाले के पेपर्स सार्वजनिक हो गए हैं. सीधी भर्ती के पदों को विभागीय प्रमोशन के जरिए अंदरखाने निपटा लिया गया है. जब ये सब हो रहा था तो देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू थी. मंत्री आशीष पटेल के OSD ने मंत्री को पत्र लिखकर आगाह भी किया था. लेकिन उनकी बात अनसुनी कर दी गई थी.
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विभागीय प्रमोशन कमेटी के चेयरमैन तत्कालीन प्रमुख सचिव देवराज थे. देवराज इस समय सरकार के सबसे खास अधिकारी हैं. स्टेट GST, नियुक्ति और कार्मिक विभाग के प्रमुख सचिव हैं. इस मामले में मंत्री ने इस्तीफा देने की पेशकश की है. लेकिन यूपी शासन ने अपना पक्ष स्पष्ट नहीं किया है.
फिलहाल कोई उच्च स्तरीय जांच या विजिलेंस की पूछताछ के निर्देश नहीं दिए गए हैं. लेकिन ये मामला फिलहाल सुर्खियों में है.
‘अवसरों की लूटपाट और भविष्य की सौदेबाजी’
वहीं ये मामला सोमवार को विधानसभा में भी गूंजा. जिसे लेकर पल्लवी पटेल और स्पीकर सतीश महाना में तकरार हो गई. पल्लवी यूपी टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट में प्रमोशन घोटाले पर बोलना चाहती थीं. लेकिन स्पीकर ने नियमों का हवाला देकर उन्हें रोक दिया. सदन में दो मिनट तक तकरार वाले संवाद का आदान प्रदान हुआ. इस संबंध में पल्लवी ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि “पिछड़ों के साथ हुई अवसरों की लूटपाट और भविष्य की सौदेबाजी, घोटालों की बात उजागर करने पर उत्तर प्रदेश सरकार नियम का हवाला देकर पिछड़ों को सदन से बाहर का रास्ता दिखाती है…”
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