सुहैब खान, बिहटा. Kundan Arya Murder Case: सांसद उपेंद्र कुशवाहा के राष्ट्रीय लोक मोर्चा के आईटी सेल में कार्यरत महिनावा गांव के 18 वर्षीय कुंदन आर्य की लूट के दौरान हत्या के एक सप्ताह के बाद भी मनेर पुलिस अंधेरे में हाथ पांव मार रही है। इस हत्या मामले में पुलिस को अबतक कोई सुराग हाथ नही लगा है। पुलिस की इस विफलता पर मृतक के परिवार वाले सवालिया निशान उठा रहे हैं।
डरे और सहमे हुए हैं परिजन
घटना के बाद से मृतक के परिजन भी डरे सहमे हुए है। उन्हें भी लगता है कि उनके बेटे की हत्या किसी साजिश के तहत की गई है। वहीं, पटना से काम के बाद लौटने के क्रम में देर रात कार से आए हत्यारे आखिर किस कारण से लूट के दौरान इस घटना को अंजाम दिया। जबकि घर से चंद कदम की दूरी पर ही उसको गोली मारकर हत्या कर दी गई। श्रीनगर स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर हुई हत्या अपने आप में पुलिसिया धमक एवं चौकसी पर उंगली उठाती है।
मृतक के परिवार वाले इस मामले का लगातार जल्द ही खुलासा करने की मांग कर रहे हैं। राजमार्ग पर देर रात से लौटने वालों में भय का माहौल बना हुआ है। घटना के बाद मामले की जांच दानापुर डीएसपी 2 पंकज कुमार मिश्रा ने भी की।
घर से थोड़ी दूर पहले हत्या
चर्चा में यह है कि घर से थोड़ी दूर पहले लूट और हत्या का मामला क्या है? कहीं सिर्फ अपराधी उनकी हत्या करने के उद्देश्य तो नहीं आए थे। कुंदन आर्य या उसके परिवार से क्या किसी की रंजिश थी? यह भी पुलिस को पता लगाना चाहिए। हत्यारे कहीं भ्रम फैलाने के लिए तो नहीं लूट की घटना को अंजाम दिया। इस बात को पूछे जाने पर मनेर थानाध्यक्ष और इस मामले के अनुसंधानकर्ता प्रदीप कुमार ने कहा कि, इस मामले में हर पहलुओं पर जांच की जा रही है।
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