विक्रम मिश्र, प्रयागराज. महाकुंभ का उत्साह अब संतों के सिर चढ़कर बोल रहा है. यही कारण है कि सभी संत अब गंगा यमुना के तीर पर अपना जमघट लगा लिए हैं. इन सबके बीच इस बार महाकुंभ में एक और चीज है जिसे लेकर साधु-संत मुखर हो रहे हैं. वो है हिंदू राष्ट्र. इस बार के महाकुंभ में हिंदू राष्ट्र का विषय भी बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है. महाकुंभ के महाकवरेज की कड़ी में लल्लूराम डॉट कॉम ने संतों से बातचीत की. साथ ही महाकुंभ से पहले संगम नगरी में तैयार हुए वातावरण को भी अनुभव किया.

संतों की इस सभा में जब लल्लूराम डॉट कॉम की टीम पहुंची तो दृश्य हैरान करने वाले थे. हजारों की संख्या में चूल्हे अलग-अलग स्थानों पर जल रहे थे. भंडारों में प्रसाद भोजन बन रहा था. सभी संतो के अलग अलग कार्य भी विभाजित थे. लेकिन सेवादारी और खासतौर पर भंडारे की व्यवस्था यहां पर भी पंजाब से आए हुए संतों ने ही संभाल रखी है.

मोबाइल नहीं अपनी शक्ति से पहचानते हैं कौन है गुरु भाई

पटियाला पंजाब से आए हुए संत ने लल्लूराम डॉटकॉम को बताया कि वो लोग किसी का मोबाइल नंबर या पता नहीं लेते हैं. साधना से उनके भीतर एक ऐसी दिव्य शक्ति का विकास हो जाता है कि लाखों की भीड़ में भी कोई इस अखाड़े से जुड़ा कोई संत अगर खड़ा है तो वो उसको पहचान लेंगे.

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पता नहीं अगले कुम्भ में मिल भी पाए या नहीं

जूना अखाड़े के संत की भी अपनी कहानियां हैं. इनके भीतर शस्त्र और शास्त्र दोनों का ज्ञान होता है. साथ ही मनुष्यता और उसके प्रति लगाव भी रहता ही है. एक संत ने बताया कि हम लोग कभी किसी भी गुरुभाई से नहीं मिलते हैं. हमारा मिलन स्थल बस यही कुंभ ही रहता है. ये दो महीने हमें अगले 6 सालों की शक्ति और याद दे जाते हैं. जिसके सहारे हम आगे जीवन को मानव रक्षा में समर्पित कर पाते हैं.

जहां भी हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है वहां पर सीधे बम डाले जाएं- महामंडलेश्वर

लल्लूराम डॉट कॉम ने दिगंबर अखाड़े के महामंडलेश्वर से बात की. इस दौरान उन्होंने हिंदू राष्ट्र पर बल दिया. उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र होना आवश्यक है. परंतु आज हिंदुओं का हाल क्या है. हिंदू केवल फोटो खींचवाने के लिए हिंदू राष्ट्र की बात करता है. आज बांग्लादेश में कत्लेआम मचा हुआ है. जहां पर भी हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है वहां पर सीधे बम डाले जाएं.

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हिंदुत्व का मतलब विश्व का कल्याण चाहने वाला- महामंडलेश्वर

वहीं इस बीच एकजुटता की बात भी हमें सुनने को मिली. इन दिनों देश में खासकर उत्तर प्रदेश में हिंदू एकता की बात उभरकर सामने आ रही है. अब इसमें संतों की भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दिखने लगी है. दिगंबर अखाड़ा के संत ने हिंदू एकता पर बल देते हुए कहा कि जब देश की बात आए तो हम सभी को एक होना चाहिए. हिंदुत्व का मतलब ये नहीं है कि मुसलमानों को मार दो. हिंदुत्व का मतलब है विश्व का कल्याण चाहने वाला.