निशांत राजपूत, सिवनी। मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिला है। लेकिन प्रदेश में बीते कुछ समय से लगातार बाघ की मौत के मामले सामने आ रहे। ताजा मामला पेंच टाइगर रिजर्व से सामने आया है। जहां दक्षिण समान्य वन मंडल के कुरई वन परिक्षेत्र में बाघ की मौत हो गई।

सिवनी जिले के दक्षिण सामान्य वन मंडल के कुरई वन परिक्षेत्र में आज गश्ती दल को कुएं में बाघ का शव मिला है। पश्चिम खामरीट बीट के कक्ष क्रमांक 630 में गश्ती के दौरान गश्ती दल को मांस के सड़ने की गंध आई। गंध की दिशा में जाने पर टीम को एक बाघ का शव मिला। शव करीब दो से तीन दिन पुराना बताया जा रहा है। सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और मौके का मुआयना किया।

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मृत बाघ के शव के आसपास मिट्टी में खून के बहने के चिन्ह मिले हैं। किसी भी तरह से शिकार की संभावना को ध्यान रखते हुए डॉग स्क्वायड की मदद से इलाके की स्कैनिंग की गई। इसके साथ ही घटनास्थल के पास कोई विद्युत लाइन भी नहीं है। एनटीसीए के प्रोटोकॉल अनुसार दो वन्यजीव चिकित्सकों के द्वारा बाघ का पोस्टमार्टम किया गया। चिकित्‍सक दल को शव परीक्षण के दौरान बाघ की आयु लगभग 3 से 4 वर्ष पाई गई है।

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पोस्टमार्टम में बाघ के गले एवं शरीर में दो-तीन अन्य जगहों पर अन्य बाघ के केनाइन द्वारा किए गए पंचर मार्क मिले हैं। इन्हीं से हुए घावों के कारण खून बहने से बाघ की मृत्यु की संभावना जताई जा रही है। विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की मौजूदगी में बाघ का अंतिम संस्कार किया।

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