मोहम्मद करीमुल्लाह, मधुबनी. Madhubani News: मधुबनी में आज गुरुवार (19 दिसंबर) को अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन “कृषि, कृषि अभियांत्रिकी और जीवन विज्ञान में नवीनतम नवाचार” (RIAAELS-2024) का शुभारंभ किया गया। इस सम्मेलन का उद्देश्य कृषि, कृषि अभियांत्रिकी और जीवन विज्ञान में हो रहे नवीनतम शोध और प्रौद्योगिकीय विकास पर चर्चा करना है। यह मंच वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, उद्योग विशेषज्ञों और छात्रों को अपने विचारों और अनुभवों का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करेगा।
महत्वपूर्ण विषयों पर हो रहा विचार
सम्मेलन में स्मार्ट कृषि, जैव प्रौद्योगिकी, पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार किया जा रहा है। यह आयोजन कृषि क्षेत्र में नवाचार और विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन का मुख्य विषय शामिल जलवायु मॉडलिंग, चुनौतियों का समाधान और शमन उपायों में सुधार, कृषि, पशु चिकित्सा, वानिकी और संबद्ध विज्ञान में नवोन्मेषी रणनीतियां, सतत विकास के लिए, सतत संसाधन प्रबंधन, खाद्य और पर्यावरणीय सुरक्षा के लिए, जीवन विज्ञान में प्रगति, पौधों के शरीरक्रिया विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकीय नवाचारों का समन्वय, बहुविषयक शोध में नवाचार और अंतर्दृष्टियां हैं।
कृषि में नए तकनीकों पर चर्चा
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के मुख्य-अतिथि के रूप में संदीप फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ संदीप एन. झा शामिल हुए। उन्होंने अपने वक्तव्य में कृषि में नयी तकनीकों के प्रयोग तथा नगदी फसलों पर प्रकाश डाला और भारतीय कृषि की उपलब्धता एवं कृषि में होने वाली समस्याओं एवं उनके निदान के बारे में बताया। संदीप यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ समीर कुमार वर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कृषि में हो रहे नए तकनीकों के विकास और उनका कृषि में उपयोगिता के बारे में बताया।
सम्मेलन में ये लोग रहें शामिल
इस सम्मेलन में विभिन्न देशों के कृषि विशेषज्ञ शामिल हुए, जिनमे मुख्यता मुख्या-वक्ता के रूप में डॉ अब्दुल वहाब हेकमत (कुलपति, पक्तिआ विश्वविद्यालय, अफगानिस्तान), डॉ. हामिद सारेमी (पूर्व कुलपति, आज़ाद इस्लामिक विश्वविद्यालय, ईरान), डॉ. संतोष मरहठा ( प्रोफेसर, एग्रीकल्चर एंड फारेस्ट यूनिवर्सिटी, नेपाल ) और डॉ. डी के महतो (एसोसिएट डीन सह प्रधानाध्यापक, भोला पासवान शास्त्री महाविद्यालय, पूर्णया, बिहार) रहे।
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को सफल बनाने में आयोजक सचिव डॉ. अतुल कुमार, सयोंजक डॉ एम् जेड शमीम, सह- सयोंजक अमितेश शुक्ला, और सचिन्द्र कुमार सिंह, तथा आयोजक सदस्य डॉ. आकाश बाबू, सोनू कुमार, सत्येंद्र कुमार झा, डॉ. शिल्पा मंडल, जीतेन्द्र कुमार शुक्ला, दिनेश, उत्पुल कुमार और संदीप कुमार का सहयोग रहा।
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