रायपुर: प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह ने पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल द्वारा अपने उपर लगाये गये आरोप पर लिखित प्रतिक्रिया दी है…अमन सिंह ने लिखा है कि “मेरे संज्ञान में यह बात आयी है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री भूपेश बघेल द्वारा सचिव सामान्य प्रशासन विभाग , छत्तीसगढ़ शासन को एक पत्र लिखकर मेरी संपति के विवरण के बारे में जानकारी चाही गयी है तथा उसे सार्वजनिक करने की बात कहीं गयी है । चूंकि श्री बघेल द्वारा यह पत्र प्रेस को भी वितरित किया गया है अतः मैं सार्वजनिक जीवन में शुचिता को सर्वोपरि मानते हुए इसका उत्तर देना उचित और आवश्यक समझता हूं ।
मेरे द्वारा वर्ष 2004 से 2010 तक जब तक मैं भारतीय राजस्व सेवा का अधिकारी था और छत्तीसगढ़ शासन में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ था नियमानुसार प्रतिवर्ष मेरी संपति का विवरण प्रस्तुत करता था । वर्ष 2010 से वर्षान्त 2016 तक जब मैं संविदा पर छत्तीसगढ़ शासन में प्रमुख सचिव के रूप में पदस्थ हूॅ तब भी मैंने नियमित रूप से छत्तीसगढ़ शासन के नियमानुसार अपनी संपति का विवरण प्रतिवर्ष प्रस्तुत किया है ।
मेरे द्वारा अवैध रूप से देश और विदेशों में कथित रूप से संपति अर्जित करने का आरोप श्री माणिक मेहता पिता श्री वी.डी. मेहता द्वारा लगाया गया है । इस संबंध में मैं यह अपनी और से पूर्ण रूप से स्पष्ट करना उचित समझता हूॅ कि ये आरोप असत्य , द्वैषपूर्ण और तथ्यात्मक वस्तुस्थिति से विपरीत है तथा इसका एकमात्र उद्देश्य मेरी छवि को धूमिल करना है । आरोप लगाने वाले माणिक मेहता का आपराधिक इतिहास रहा है और इन पर रायपुर जिले में 7 और दुर्ग जिले में विभिन्न पुलिस थानों में 3 आपराधिक प्रकरण दर्ज है ।
मैं छत्तीसगढ़ शासन में पूर्ण निष्ठा और परिश्रम पूर्वक कार्य कर रहा हूॅ और इस प्रकार के दुर्भावना पूर्ण और असत्य आरोपो से मेरी सार्वजनिक छवि को काफी हानि पहुचने की संभावना है ऐसे में मैं आपराधिक दुर्भावना से प्रेरित आरोप लगाने वाले श्री माणिक मेहता पर आपराधिक मानहानि ( criminal defamation ) की कार्यवाही शीघ्र ही करने जा रहा हूॅ । ”
अमन सिंह की यह प्रतिक्रिया भूपेश बघेल के उस प्रेस कांफ्रेंस के संदर्भ में आई है,जिसमें भूपेश ने अमन सिंह की संपत्ति का विवरण सार्वजनिक करने की मांग की थी..भूपेश ने कहा था कि उन्होनें जीएडी सचिव को पत्र लिखकर अमन सिंह द्वारा 2004 से अब तक अर्जित की गई संपत्ति सार्वजनिक करने की मांग की है.