Jaipur Fire Case: राजस्थान की राजधानी जयपुर में 20 दिसंबर को हुए भीषण अग्निकांड ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस दर्दनाक घटना में एलपीजी से भरे टैंकर और ट्रक की टक्कर के बाद हुए धमाके ने कई परिवारों को तबाह कर दिया। अब तक 11 लोगों की मौत और 43 के घायल होने की पुष्टि हुई है। 15 लोग 50% से अधिक जल चुके हैं, जबकि 6 को वेंटिलेटर पर रखा गया है।

इस घटना के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने सरकार को भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए 5 अहम सुझाव दिए हैं। उन्होंने इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से अपील करने की बात कही है।

किरोड़ी लाल मीणा की 5 नसीहतें

1. विशेषज्ञ समिति का गठन

किरोड़ी लाल मीणा ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एक एक्सपर्ट कमिटी बनाने का सुझाव दिया है। यह कमिटी विस्तृत रोडमैप तैयार कर ऐसे हादसों को रोकने के उपाय सुझा सकती है।

2. गैस सिलेंडर परिवहन के नियम

एलपीजी और सीएनजी सिलेंडरों से भरे वाहनों के लिए कड़े नियम बनाए जाएं। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि नियमों का पालन सख्ती से हो।

3. गैस गोदाम के लिए अलग जोन

गैस गोदामों के लिए एक अलग क्षेत्र या जोन विकसित करने की सिफारिश की गई है, ताकि संभावित खतरों को टाला जा सके।

4. ओवर स्पीडिंग पर नियंत्रण

ओवर स्पीडिंग को रोकने के लिए कड़े कानून और उनका सख्ती से पालन सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।

5. सड़क सुरक्षा के सख्त नियम

सड़क दुर्घटनाओं और अग्निकांड जैसी घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को व्यापक और सख्त दिशा-निर्देश बनाने चाहिए।

ओवर स्पीडिंग के बढ़ते मामले चिंताजनक

कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने भी ओवर स्पीडिंग और ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ओवर स्पीडिंग के बढ़ते मामले बेहद चिंताजनक हैं। ट्रांसपोर्ट और पुलिस विभाग को मिलकर इस समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।

बता दें कि आज 20 दिसंबर की सुबह जयपुर में एलपीजी से भरा टैंकर यूटर्न लेते समय एक ट्रक से टकरा गया। टक्कर के बाद टैंकर से 18-20 टन गैस लीक हुई और कुछ ही सेकंड में आग ने विकराल रूप ले लिया। आग ने 500 मीटर के दायरे में 30-35 गाड़ियों को चपेट में ले लिया।

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