सतीश चांडक,सुकमा। जिस जापानी बुखार का कहर गोरखपुर में मचा है. उसका खतरा गंभीर रुप से छत्तीसगढ़ के सुकमा और ओड़ीसा में मंडराने लगा है. गोरखपुर की तरह ही हर साल यहां जापानी बुखार यानी इंसेफ्लाइटिस का कहर बरपता है. दरअसल सुकमा और उससे सटे ओड़ीसा के मलकानगिरी में सैकड़ों सुअरों की मौत हो गई है. पशु चिकित्सकों ने शुरुआती जांच में जापानी इंसेफ्लाइटिस का असर माना है. गौरतलब है कि सुअर इंसेफलाइटिस बीमारी के वाहक माने जाते हैं.
मलकानगिरी और ओड़िसा में मरे हुए सुअर का शव खाने से कुत्तो की भी जान जा रही है. खासतौर से मलकानगिरि जिले के कालीमेला ब्लाक के बड़ीमेटा के आसपास के गांवों में अचानक सुअर मर रहे है. जिससे इलाके में काफी दहशत देखी जा रही है.
इधर खबर मिलते ही जिला प्रशासन ने पशु चिकित्सको का दल उक्त गांव के लिए रवाना किया गया. जहा डॉक्टरों ने उन शवो की प्राम्भिक जांच की. जिसमे जापानी इंसेफेलाइटिस का असर बताया जा रहा है. हालांकि पूरी जानकारी के लिए उन शवो का लेब में पोस्टमार्टम में ही पता चल पाएगा. वही डॉक्टरों ने ग्रामीणों से एतिहात बरतने को कहा गया और सुअरो से दूर रहने की हिदायत दी है.
गौरतलब है कि एक साल पहले जापानी बुखार ने मलकानगिरी पर कहर बरपा दिया था. वहाँ करीब 50 बच्चो की जाने चली गई थी. सुकमा जिले के सीमावर्ती गावों में भी इसका असर हुआ था. इसलिए वहां का प्रशासन अभी से अलर्ट हो गया है.