रायपुर। बहुचर्चित नान घोटाला मामले में जांच एसआईटी ने तेजी से आगे बढ़ा दी है. इस मामले में अभी तो आईएएस का नाम सामने आया था. लेकिन अब इस मामले में एक आईएफएस कौशेन्द्र सिंह भी घिरते नजर आ रहे हैं. एसआईटी ने कौशलेन्द्र सिंह को पूछताछ के लिए दफ्तर तलब किया है. इसके साथ कुछ अन्य लोग भी जिनसे आज और कल एसआईटी की टीम पूछताछ करने जा रही है.
ईओडब्ल्यू एसपी कल्याण एलेसेला ने कहा कि पूछताछ के लिए वन विभाग के अधिकारी कौशलेन्द्र सिंह के साथ कुछ अन्य लोगों को बुलाया गया है. आज कुछ लोगों से पूछताछ होगी वहीं कल कुछ लोगों से पूछताछ होगी. कौशलेन्द्र सिंह ने आज कल दफ्तर आएंगे. फिलहाल मामले में जो भी क्लू हमें मिल रहे हैं उसके आधार पर जांच आगे बढ़ रही है. इसमें चाहे कोई भी और टीम को लगेगा कि पूछताछ उनसे की जानी चाहिए तो जरूरी की जाएगी.
सत्ता में आते कांग्रेस सरकार ने इस मामले में नए सिरे से जांच के लिए एसआईटी गठित की है. मामले की जांच जा रही है. अभी तक इस मामले में कुछ लोगों से पूछताछ एसआईटी की टीम कर चुकी है. इस मामले में टीम ने कुछ अन्य लोगों के नाम भी जोड़े हैं जिनसे पूछताछ होनी है. मतलब ऐसे लोगों से जो अभी तक की कार्रवाई से बाहर रहे हैं या जांच से बचे रहे हैं. इस मामले में दो आईएएस के अलावा कुल 16 आरोपी पूर्व जांच में बनाए गए थे. लेकिन एसआईटी की टीम नए सिरे से जांच कर रही है. लिहाजा कुछ अन्य बड़े अधिकारी भी अब घेरे में आ सकते हैं. जैसे की एसआईटी के घेरे में आईएफएस कौशलेन्द्र सिंह आ गए हैं.
एसआईटी जब कौशलेन्द्र सिंह से पूछताछ करेगी तब पता चल पाएगा कि इस मामले में आईएफएस सिंह की भूमिका क्या रही थी नान घोटाला में. वहीं इस मामले में टीम को तलास उन चर्चित नामों को लेकर सबसे ज्यादा है जिसमें डायरी के पन्नों में सीएम मैडम, सीएम सर लिखा है. आखिर इसका मतलब क्या इस कड़ी की तलाश में टीम जुटी है.
आपको बता दे कि पूर्व रमन सरकार में नागरिक आपूर्ति निगम के दफ्तर में छाप मारकर ईओडब्ल्यू ने 36 हजार करोड़ के घोटाले का खुलासा किया था. और इसमें कुल 16 आरोपी बनाए थे जिनके खिलाफ तत्कालीन सरकार ने कार्रवाई की थी. लेकिन इस मामले में कई राज है जिसका पर्दाफाश नहीं सका था.