प्रदीप कुमार, गोपालगंज. Gopalpur Badhra Incident: बिहार के गोपालगंज जिले के कुचायकोट विधानसभा इलाके के गोपालपुर थाने के बड़हरा गांव में पुलिस उत्पीड़न की जांच के लिए रविवार को सारण रेंज के डीआईजी निलेश कुमार पहुंचे. डीआईजी पहले गोपालुपर थाने पर पहुंचे, जहां घटना की विस्तृत जानकारी ली और फिर पुलिस स्कॉट के साथ बड़हरा गांव में पहुंचे, जहां एक-एक कर पांच पीड़ित परिवार से मिले और उनका बयान दर्ज किया.

डीआईजी के सामने पीड़ितों ने पुलिस उत्पीड़न की बातें कही और इंसाफ दिलाने की मांग रखी. महिलाओं ने डीआईजी से कहा कि, पुलिस ने घर में घुसकर बेरहमी से पिटाई की और निर्दोष लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस दौरान डीआईजी निलेश कुमार के साथ एसपी अवधेश दीक्षित और स्थानीय पुलिस पदाधिकारी भी शामिल थे.

कोई गांव छोड़कर बाहर नहीं गया- डीआईजी

वहीं, इस मामले पर डीआईजी ने कहा कि, गोपालपुर थाने के बड़हरा गांव में सभी पक्षों से बात की गई है और घटना की विस्तृत जानकारी ली गई. उन्होंने कहा कि, बड़हरा गांव में सभी लोग हैं, कोई गांव छोड़कर बाहर नहीं गया है. पुलिस को देख पीड़ितों ने खुद से अपनी बातें रखी. उन्होने कहा कि, घटना में पुलिस ने जिन लोगों को अभियुक्त बनाया है, सुपरविजन के बाद ही उनपर अगली कार्रवाई होगी. पीड़ितों को अपनी बात रखने के लिए पूरा मौका दिया गया है.

चिन्हित घरों में जांच के लिए पहुंचे डीआईजी

बता दें कि पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर रविवार को जांच करने पहुंचे डीआइजी उन्ही घरों में गए, जहां पुलिस अफसरों ने पूर्व से चिन्हित किया था. ग्रामीणों का कहना है कि, बड़हरा गांव में करीब 50 परिवार पुलिस उत्पीड़न से पीड़ित हैं. गांव के कुछ लोगों ने डीआइजी की जांच पर असंतोष जताते हुए कहा कि, पीड़ित परिवारों को इंसाफ दिलाने के लिए सरकार को न्यायिक या मजिस्ट्रेट जांच करानी चाहिए.

ग्रामीणों ने कहा कि, उपमुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री पर उन्हें भरोसा है, निष्पक्ष जांच कर इंसाफ मिलेगा. वहीं, इस प्रकरण में थानेदार आशीष कुमार को निलंबित कर दिया गया है. उनकी जगह धीरेंद्र कुमार को गोपालपुर का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है.

तो पटना से गोपालगंज तक होगा आंदोलन- राजद

बता दें कि गोपालगंज राजद नेता व पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का गृह जिला भी है, जहां पुलिस उत्पीड़न का मामला सामने आया है. इसे लेकर नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव के निर्देश पर राजद अध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल टीम घटनास्थल का निरीक्षण कर प्रत्येक पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उनकी व्यथा को सुना.

राजद जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि, बड़हरा में पुलिसिया ज्यादती करने वाले पुलिस पदाधिकारियों को अगर तत्काल निलंबित कर उनपर विभागीय करवाई नहीं होती है तो राजद गोपालगंज से लेकर पटना तक आंदोलन करेगा. पुलिस ने जुल्म की पराकाष्ठा कर दी है. गर्भवती महिलाओं तथा बुजुर्गों को बुरी तरह से पीटा गया है. छोटे-छोटे बच्चे भी पुलिस पिटाई के शिकार हुए हैं.

जानें क्या है पूरा मामला ?

बड़हरा कांड को लेकर आखिर इतना हंगामा क्यों मचा है, जो सारण के डीआईजी को जांच के लिए उतरना पड़ा. दरअसल, यह पूरा मामला जमीन विवाद से जुड़ा है. गांव में सत्यनारायण सिंह और हृदया भगत के बीच पहले से जमीन का झंझट चल रहा था. आरोप के अनुसार, बीते बुधवार (18 दिसंबर) को हृदया भगत का पुत्र राजेश कुशवाहा बाजार करने निकला.

रास्ते में सत्यनारायण सिंह के परिजनों ने उसे पकड़ लिया और मकान में बंद कर बंधक बना लिया. आसपास के लोगों ने इसकी सूचना परिजनों को दी और डायल-112 को सूचना देकर पुलिस को बुला लिया. इसके बाद डायल-112 पहुंची, तो काफी संख्या में लोग इकट्ठा हो गये और उग्र होकर मकान में बंधक बने युवक को मुक्त कराने और बंधक बनानेवाले लोगों को मकान से बाहर निकालने की मांग करने लगे.

सन्नाटे में तब्दील हुआ गांव

इस बीच स्थिति को तनावपूर्ण देख डायल-112 ने थाने को सूचना दी गई और थानाध्यक्ष आशीष कुमार समेत पुलिस बल को बुला लिया. गोपालपुर पुलिस के पहुंचते ही लोग उग्र हो गए और पुलिस पर आरोपितों को बचाने का आरोप लगाते हुए बंधक बने मकान पर हमला करने कोशिश की. पुलिस को बचाव और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा. लाठीचार्ज के दौरान लोगों ने भी पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इस घटना के बाद पुलिस ने कई लोगों पर एफआईआर दर्ज की. इसके बाद गिरफ्तारी के डर से गांव में सन्नाटा पसर गया.

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पुलिस पर निर्दोषों को फंसाने का आरोप

पुलिस की कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है और लोग दहशत में हैं. गोपालपुर पुलिस पर छापेमारी के दौरान घर में घुसकर तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया गया है. पीड़ितों ने पुलिस पर परिजनों और महिलाओं के साथ मारपीट करने का भी आरोप लगाया है. वहीं, कुछ लोगों ने पुलिस पर निर्दोष को फंसाने और मारपीट करने का आरोप लगाया है, हालांकि एसपी ने इन आरोपों को खारिज किया है.

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