कुंदन कुमार. Ara News: भोजपुर जिले के कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के उदयभानपुर गांव में रविवार की रात केस सुलह करने से इंकार करने पर हथियारबंद बदमाशों ने एक प्राइवेट शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी। बदमाशों ने मृतक को काफी करीब से सिर में गोली मारी। घटना के कुछ देर बाद इसकी जानकारी परिजनों को मिली पाई। वहीं, घटना को लेकर गांव एवं आसपास की इलाके में सनसनी मच गया है।

घटना की सूचना मिलते एसपी मिस्टर राज, एसडीपीओ सदर-टू रंजीत कुमार सिंह एवं कृष्णागढ़ थानाध्यक्ष पवन कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मृतक के परिजनों से घटना की जानकारी ली। इसके पश्चात पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। पुलिस ने घटनास्थल से एक पिस्टल एवं एक खोखा भी बरामद किया है।

पढ़ाने और खेती का काम करता था मृतक

प्राइवेट शिक्षक की हत्या किसने और क्यों की? इसका कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है। जानकारी के अनुसार मृतक कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के उदयभानपुर गांव निवासी स्व. राम अनुज सिंह का 32 वर्षीय पुत्र विजय शंकर सिंह है। वह पेशे से प्राइवेट शिक्षक था एवं घर पर ही बच्चों को ट्यूशन पढ़ता था। इसके अलावा वह खेती भी किया करता था।

मृतक के भाई ने कही ये बात

मृतक के बड़े भाई अशोक सिंह ने बताया कि, रविवार की रात खाना खाने के बाद वह दलान में बैठा था। तभी 3 बाइक पर सवार 7 लोग वहां पर आए। जिसमें चार लोग दलान में घुसे और उससे बातचीत करने लगे। बातचीत के दौरान ही उनके द्वारा उसकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोली चलने की आवाज सुनकर जब वह घर से बाहर निकले तो उन्होंने देखा कि सभी लोग 3 बाइक पर सवार होकर वहां से फरार हो गए।

दो बार पहले भी हो चुका था हमला

अशोक सिंह ने बताया कि, 27 दिसंबर 2021 में कृष्णगढ़ थाना क्षेत्र के इटहना मोड़ स्थित चाय दुकान पर उन्हीं लोगों के द्वारा उनके भाई विजय शंकर सिंह को पांच गोलियां मारी गई थी। हालांकि उस समय उसकी बच गई थी। जिसके बाद उनके भाई विजय शंकर सिंह के बयान पर कृष्णागढ़ थाना में उक्त लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिक की दर्ज कराई गई थी।

इसके अलावा एक वर्ष पूर्व भी गोलीबारी के मामले में किए गए केस को उठाने का उक्त लोगों द्वारा दबाव डाला जा रहा था। केस नहीं उठाने पर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चितकुंडी चकिया स्थित चिमनी भट्टा के पास उक्त लोगो ने दुबारा उस पर फायरिंग की गई थी। हालांकि उस समय भी वह बाल-बाल बच गया था, जिसके बाद उन लोगों ने केस नहीं उठाने पर जान से मारने की धमकी दी थी। जिसको लेकर उनके भाई द्वारा मुफस्सिल थाना में भी उन लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

केस में सुलह से इंकार करने पर हत्या

अशोक सिंह ने इन दोनों केस को सुलह करने से इंकार करने पर गांव के ही शंकर सिंह,गणेश सिंह,बलवंत सिंह,रोहित सिंह,चंदन सिंह एवं उनके साथ रहे तीन अन्य लोगो पर अपने भाई विजय शंकर सिंह की गोली मारकर हत्या करने एवं का आरोप लगाया है। बहरहाल पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है।

मृतक अपने चार भाई व चार बहन में छोटा था। उसके परिवार में मां लीलावती कुंअर, चार बहन मीना सिंह,सुनीता सिंह,रीता सिंह,सीता सिंह व तीन भाई अशोक सिंह,अजय सिंह एवं अनिल सिंह है। घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है। इस घटना के बाद मृतक की मां लीलावती कुंअर एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।

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