विक्रम मिश्र, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ आई.सी.सी.सी. सभागार में महाकुम्भ-2025 की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ से पहले प्रयागराज में चल रहे सभी टैक्सी, ऑटो, ई-रिक्शा चालकों का पुलिस सत्यापन कराया जाए। प्रदेश पुलिस को इण्टेलिजेंस को और बेहतर करने तथा भारत सरकार की सुरक्षा एजेंसियों के साथ लगातार संवाद-समन्वय बनाये रखने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि हाल के समय में प्रयागराज के आस-पास माफियाओं पर बड़ी कार्रवाई हुई है। महाकुंभ से पहले उनके गुर्गों पर आवश्यकतानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

सुरक्षित महाकुंभ की परिकल्पना

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ’सुरक्षित महाकुंभ’ की परिकल्पना की है। इसके दृष्टिगत सभी आवश्यक प्रबन्ध किए जाएं। सुरक्षा बलों की तैनाती के बारे में जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि अब तक जिन 20 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती हुई है, उन सभी का प्रशिक्षण जरूर करा लिया जाए। उन्होंने महाकुंभ में फायर सेफ्टी, घाट सुरक्षा तथा चिकित्सा सहायता आदि के सम्बंध में की जा रही व्यवस्थाओं को पुख्ता बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिगत एण्टी ड्रोन सिस्टम की उपलब्धता भी की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि मेला क्षेत्र में निराश्रित पशुओं का आवागमन न हो। प्रयागराज नगर में ट्रैफिक जाम के समाधान के लिए पुख्ता कार्ययोजना तैयार करने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि फुट पेट्रोलिंग बढ़ाए जाने की आवश्यकता है।

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सड़क दुरुस्त और सुगम यात्रा होनी चाहिए

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ में सर्वाधिक श्रद्धालु सड़क मार्ग से आएंगे। अयोध्या, वाराणसी, लखनऊ और मीरजापुर की ओर से बड़ी संख्या में लोगों का आगमन होगा। इसलिए शीर्ष प्राथमिकता के साथ प्रयागराज आने वाले सभी मार्गों के नवनिर्माण/सुदृढ़ीकरण के कार्यों को पूरा कर लिया जाए। इसमें किसी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि इन मार्गों पर यदि कहीं भी अतिक्रमण किया गया हो, तो प्रभावी कार्रवाई करते हुए उसे हटाया जाए। ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री ने प्रयागराज महाकुंभ की ओर आने वाले सभी मार्गों के नवनिर्माण/सुदृढ़ीकरण के कार्यों के लिए 5 जनवरी, 2025 की अंतिम तारीख तय की है।

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पाइपलाइन बिछाने का कार्य समय पर पूरा करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि सेतु निगम के 14 में से 12 सेतुओं का कार्य पूर्ण हो गया है। यह संतोषजनक है। शेष दो सेतुओं का कार्य 5 जनवरी, 2025 तक पूरा कर लिया जाए। संगम नोज पर ड्रेजिंग के कार्य में और तेजी की अपेक्षा है। 30 दिसम्बर, 2024 तक यह कार्य पूरा कर लिया जाए। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि मेला क्षेत्र में जल आपूर्ति के लिए पाइपलाइन बिछाने का कार्य प्रत्येक दशा में 30 दिसम्बर, 2024 तक पूरा कर लिया जाए। हर सेक्टर में 24×7 शुद्ध जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। सड़कों की मरम्मत एवं डिवाइडर की साज-सज्जा आदि का कार्य इसी माह के अन्त तक पूरा कर लें। मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि जो पांटून पुल अभी तक क्रियाशील नहीं हुए हैं, उन्हें प्रत्येक दशा में एक सप्ताह में तैयार करा लिया जाए।

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ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री के इस एक दिवसीय दौरे के साथ ही प्रयागराज नगर में सूबेदारगंज सेतु पर एक तरफ से आवागमन प्रारम्भ हो गया। तय समय-सीमा के अनुसार, पुल की एक लेन को 31 दिसम्बर, 2024 और दूसरी लेन को मकर संक्रांति से पहले पूरा किया जाना था। लेकिन, यह काम एक सप्ताह पहले ही पूरा कर दिया गया। सूबेदारगंज पुल के निर्माण में 350 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हुए हैं। मुख्यमंत्री ने अखाड़ों, धार्मिक संस्थाओं और साधु-संतों को भूमि आवंटन की अद्यतन स्थिति के बारे में भी जानकारी ली।

सभी को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि नियमानुसार सभी को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि विभिन्न राज्यों की ओर से महाकुंभ में अपने शिविर स्थापित करने के अनुरोध मिल रहे हैं, इस सम्बन्ध में यथोचित निर्णय तत्काल ले लिया जाए। नई संस्थाओं को भूमि आवंटन करने से पूर्व उनका सत्यापन भी कराया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ विश्व को भारतीय सनातन संस्कृति से साक्षात्कार कराने का सुअवसर है। यह स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधा का मानक भी होगा।