Mahakumbh mela 2025: महाकुंभ 2025 की शुरुआत होने अब महज कुछ ही दिन बचे हैं. पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. तैयारियां पूरी की जा रही हैं. लगभग 25 करोड़ लोगों के आने की संभावना है. देश-विदेश से लोगों के पवित्र स्नान के लिए प्रयागराज आने की संभावना है. इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने पर एक बड़ी समस्या पुलिस-प्रशासन को देखने मिलती है, लेकिन इसको लेकर सरकार ने पूरी तैयारियां कर ली हैं. दरअसल, भीड़ को लेकर महाकुंभ में बुजुर्ग, महिलाएं और बच्‍चों के साथ आने में लोगों को खोने का डर सता रहा होगा. लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं है. अगर आप महाकुंभ मेले में अपनों से खो जाते हैं तो आपको ढूंढ लिया जाएगा. जी हां… महाकुंभ मेले में खोया-पाया केंद्र की व्यवस्था की है.

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यदि कोई अपनों से बिछड़ता है तो वह इस केंद्र में जाकर पूरी जानकारी दे सकता है. जहां पर मौजूद अधिकारी उससे मिलवाने की पूरी कोशिश करते हैं. इसके अलावा मेले में भूले-भटके लोगों के लिए भी शिविर लगाया जाता है.

खोया-पाया केंद्र महाकुंभ मेले में प्रवेश करते ही परेड ग्राउंड के पास होता है. यदि आप खो जाते हैं तो इन खोया-पाया केंद्रों पर जाकर अपनों की जानकारी दे सकते हैं. यहां 24 घंटें अनाउंसमेंट होता रहता है. इन केंद्रों से खोए हुए व्यक्ति को जल्दी से उनके परिवार से मिलाया जा सकता है.

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खोया-पाया केंद्र कैसे काम करता है?

मेले में एक नहीं कई खोया-पाया केंद्र बनाए जाते हैं. जो पूरे मेला परिक्षेत्र में लाउडस्पीकर लगाते हैं. जिसके माध्यम से खोये हुए व्यक्ति की जानकारी अनाउंस किया जाता है. यह अनाउंसमेंट तब तक किया जाता है जबतक कि व्यक्ति अपनों से मिल नहीं जाता है. इसके अलावा खोया-पाया केंद्र में पदाधिकारी-कर्मचारी भी होते हैं, जो पूरे मेला परिक्षेत्र में भ्रमण करते रहते हैं. इस दौरान खोये हुए व्यक्ति को खोया-पाया केंद्र तक ले जाते हैं.

मेला क्षेत्र में तैनात पुलिसकर्मियों की मदद लें

इसके अलावा पूरे मेला क्षेत्र में पुलिसकर्मियों की तैनाती रहेगी. इनसे भी संपर्क करके अपनों की तलाश की जा सकती है. इन पुलिसकर्मियं को श्रद्धालुओं के साथ व्यवहार कुशलता की ट्रेनिंग भी दी जाती है. उन्‍हें हर जानकारी से अवगत कराया गया है. मेला प्राधिकरण ने इसको लेकर ऐप और वेबसाइड भी लॉन्‍च किया है. यहां से भी संपर्क किया जा सकता है.

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डिजिटल रजिस्ट्रेशन कराएं

इसके अलावा एक और उपाय है, जिसके जरिए आप अपनों से मिल सकते हैं. सबसे पहले डिजिटल रजिस्ट्रेशन कराएं. इस डिजिटल रजिस्ट्रेशन के तहत, हर व्यक्ति को एक यूनिक आईडी कार्ड दी जाती है. इसमें व्यक्ति की पूरी जानकारी और डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम होता है. यानी डिजिटल ट्रैक होता रहेगा. अगर कोई व्यक्ति खो जाता है, तो इस आईडी से उसकी पहचान की जा सकती है.

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