अभिषेक सेमर, तखतपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में आदिवासी किसान के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जहां किसान हितैशी सरकार के नुमाइंदे आदिवासी किसान को सालों से चुना लगा रहे हैं. किसान के पर्ची पर लाखों रुपये का धान बेचकर वे मलाई खा रहे थे और किसान को इसका पता भी नहीं था. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब आदिवासी किसान धान बेचने के लिए टोकन कटाने इस साल धान खरीदी केंद्र पहुंचा, जहां उसे पता चला कि 5 से 6 सालों से उसके पर्ची से धान बेचा जा रहा था. जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि उसके पर्ची से पिछले 5 सालों से धान की हेराफेरी की जा रही थी. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए किसान ने कलेक्टर से अपनी फरियाद लगाई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
बता दें कि इन दिनों छत्तीसगढ़ राज्य सरकार किसानों के हित में लगातार धान बिक्री को लेकर बड़े-बड़े फैसले ले रही है ताकि किसी भी किसान के साथ अन्याय न हो. लेकिन शातिर और जालसाजों ने आदिवासी किसानों को अपना शिकार बना लिया और उसके पर्ची पर धान बेच रहे थे. हालांकि इस शिकायत में किसान ने यह भी दर्ज किया है कि बेचे गए धान की वसूली कराकर शासन के खाते में पैसा जमा कराया जाए.
हालांकि, यह पहला मामला नहीं है, जहां जालसाज इतने चालाकी से आदिवासी किसान के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं. ऐसे कई और मामले हो सकते हैं जिनकी भनक किसी किसान को नहीं लग पाई होगी. यदि गांव के किसानों के पर्ची में उनके लेन-देन की पड़ताल या जानकारी जुटाई जाए तो कई बड़े पर्दे और राज खुलने की संभावना है.
वहीं ग्राम पंचायत पाली के आदिवासी किसान मोतीलाल ने बताया कि ग्राम पंचायत जूना पारा में 1 एकड़ 14 डिसमिल जमीन है, जिसमें लगभग 23 क्विंटल फसल होती है, लेकिन पिछले कई वर्षों से फसल नहीं बोया करते थे और धान बेचने नहीं जाते थे. उनका पर्ची जालसाजों के लिए लाभ का जरिया बन चुका था, और लगातार सालों से उनके खाते में धान बेचा जा रहा था. इन जालसाजों को यह नहीं पता था कि इस साल किसान धान बेचने जाएगा. अगर किसान फसल नहीं लगाता तो ये जालसाज इस साल भी लाखों का धान बेचकर मलाई चाट लिए होते. यह मामला सामने आते ही किसान ने सूझबूझ का परिचय दिया और कलेक्टर दफ्तर में इसकी शिकायत भी दर्ज करा दी.
अब यह देखना होगा कि बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण इस मामले में कितनी गंभीरता से कार्रवाई करते हैं और शासन को लग रहे लाखों रुपये के धोखाधड़ी के पैसे की वसूली करते हैं, और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है. यह सब अवनीश शरण की कार्रवाई के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा.
अधिकारियों को कार्रवाई के दिए निर्देश – कलेक्टर
मामले में बिलासपुर कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने बताया कि इस संबंध में पीड़ित किसान ने शिकायत दर्ज कराई है. मामला गंभीर है और मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए हैं. जांच उपरांत दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और पीड़ित किसान की पर्ची में बेचे गए धान की राशि की वसूली तक की कार्रवाई की जाएगी.
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