Atal Bihari Vajpayee 100th Birth Anniversary:  देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज 100वीं जयंती है. अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर ‘सदैव अटल’ स्मारक पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने समेत तमाम दिग्गज लोगों ने पूर्व प्रधानमंत्री पुष्पांजलि अर्पित की.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी 100वीं जन्म जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने सशक्त, समृद्ध और स्वावलंबी भारत के निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. उनका विजन और मिशन विकसित भारत के संकल्प में निरंतर शक्ति का संचार करता रहेगा.

PM मोदी ने एक ट्वीट में कहा, “यह मेरा सौभाग्य रहा कि आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने संवैधानिक मूल्यों के संरक्षण के साथ देश को एक नई दिशा और गति दी. यह हमेशा अटल रहेगा.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी 100वीं जन्म जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने सशक्त, समृद्ध और स्वावलंबी भारत के निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. उनका विजन और मिशन विकसित भारत के संकल्प में निरंतर शक्ति का संचार करता रहेगा.

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी सोशल मीडिया पोस्ट में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को कार्य संस्कृति बनाने वाले वाजपेयी ने विचारधारा के प्रति समर्पण और मूल्य आधारित राजनीति से देश में विकास और सुशासन के नए युग की शुरुआत की. राजनीतिक जीवन में शुचिता और आत्मसंयम से उन्होंने भाजपा को जनप्रिय बनाया. अटलजी हमेशा देशवासियों को राष्ट्रसेवा के पथ पर दिशा देंगे.

साथ ही, पीएम नरेंद्र मोदी इस अवसर पर मध्य प्रदेश का दौरा करेंगे. खजुराहो में मोदी कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिससे अटल बिहारी वाजपेजी का एक सपना साकार होगा, केन बेतवा.

आज ही के दिन अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म हुआ था

आज ही के दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म हुआ था. वह भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में से एक थे और 1996 में उनका पहला कार्यकाल सिर्फ 13 दिन का था. बाद में वह 1998 में फिर प्रधानमंत्री बने और 13 महीने तक इस्तीफा दे दिया. 1999 में वह तीसरी बार प्रधानमंत्री बने, जिसमें वह पहला गैर-कांग्रेसी नेता जो अपना कार्यकाल पूरा किया.

एक राजनेता के साथ एक उत्कृष्ट कवि भी थे

1977–79 में विदेश मंत्री के रूप में भारत का गौरव बढ़ाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी ने भारतीय राजनीति में एक अमिट छाप छोड़ने वाले नेता थे, जो न केवल एक कुशल राजनेता थे बल्कि एक उत्कृष्ट कवि और संवेदनशील व्यक्तित्व के धनी थे. उन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर देश में आर्थिक सुधार की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए.

देश भर में मनाई जा रही है अटल जयंती

16 अगस्त 2018 को अटलजी का निधन हुआ, लेकिन उनकी विरासत अमर है; ‘सदैव अटल’ स्मारक उनका प्रतीक है जो उनकी स्थिरता और सादगी को दर्शाता है; उनकी कविताएं, भाषण और विचार आज भी प्रेरणा देते हैं; और देश भर में उनकी 100वीं जयंती पर सुशासन दिवस मनाया जा रहा है.

प्रधानमंत्री ने भी स्वतंत्रता सेनानी पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने “एक्स” पर एक पोस्ट में लिखा, “महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन. वह एक सक्रिय स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ-साथ जीवनपर्यंत भारत में शिक्षा के अग्रदूत बने रहे. देश के लिए उनका अतुलनीय योगदान हमेशा प्रेरणास्रोत बना रहेगा.”