कोटपुतली. राजस्थान के कोटपुतली जिले के सरुंड थाना क्षेत्र में सोमवार को बोरवेल में गिरकर फंसी तीन साल की बच्ची चेतना को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास 30 घंटे से जारी है, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल पाई है. बचाव कार्य में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं, जो हर संभव प्रयास कर रही हैं (Kotputli Borewell Rescue).

एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान बच्ची को सुरक्षित निकालने के लिए रिंग रॉड और अंब्रेला तकनीक का इस्तेमाल कर चुके थे, लेकिन इसके बावजूद बच्ची को बाहर निकालने में असफल रहे. अब, मंगलवार को टीमों ने एल बैंड (लोहे की प्लेट से बना देसी जुगाड़) से बच्ची को बाहर खींचने का प्रयास किया जा रहा है. कोटपुतली के एसडीएम ब्रजेश चौधरी ने बताया कि बचाव अभियान रातभर चलता रहा और स्थिति को लेकर लगातार अपडेट मिल रहे हैं.

इसके अलावा, पाइलिंग मशीन की मदद से गड्डा खोदकर भी बच्ची को बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस, सिविल डिफेंस और प्रशासन की टीमें 30 घंटे से ज्यादा समय से इस बचाव कार्य में जुटी हैं.

सोमवार को करीब तीन बजे कोटपुतली के सरुंड थाना क्षेत्र के कितरपुरा गांव में खेत में खेल रही साढ़े तीन साल की चेतना अचानक बोरवेल में गिर गई थी. इसके बाद मौके पर पहुंची टीमों ने कैमरे से बच्ची की हरकतों को रिकॉर्ड किया और बोरवेल में ऑक्सीजन पाइप भी डाला गया, ताकि बच्ची को सांस लेने में परेशानी न हो (Kotputli Borewell Rescue).

यह घटना याद दिलाती है, जब दो हफ्ते पहले दौसा जिले में एक पांच साल का बच्चा भी बोरवेल में गिर गया था. उसके रेस्क्यू ऑपरेशन में 55 घंटे का समय लगा था, लेकिन दुर्भाग्यवश उसे बाहर निकालने से पहले उसकी मौत हो गई थी.