लखनऊ. पुलवामा आतंकी हमले के बाद जब पूरा देश गम और गुस्से में है, ऐसे में दो छात्रों द्वारा वाट्सएप पर पाकिस्तान जिंदाबाद लिखने पर बवाल मच गया। एमआईटी के इन दो छात्रों के खिलाफ बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए। भाजयुमो, अभाविप, शिवसेना आदि संगठनों के सैकड़ों कार्यकर्ता एमआईटी परिसर में पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करने लगे।

इस दौरान फायरिंग भी हुई। आरोपी छात्रों में एक कश्मीर के अनंतनाग का निवासी फारूख और दूसरा मुरादाबाद के पाकबड़ा का है। आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने छात्रों को पकड़ा तो वहां कॉलेज के एक प्रोफेसर और दो अन्य कर्मचारी पहुंच गए। किसी तरह मामला शांत हुआ तो हलकी धाराओं में केस दर्ज किए जाने पर प्रदर्शनकारी फिर भड़क गए।

उन्होंने पीली कोठी चौराहे के पास मुरादाबाद-हरिद्वार हाईवे पर जाम लगा दिया। देर शाम आरोपी छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हुआ। प्रोफेसर अमित देवल सहित तीन को मारपीट का आरोपी बनाया है। इस दौरान पुलिस ने एक आरोपी छात्र मुजस्सम को गिरफ्तार कर लिया है।

एमआईटी के प्रवक्ता ने बताया कि पाक समर्थित स्टेटस के मामले में अनंतनाग निवासी रफी फारुख, पाकबड़ा के मुजस्सम गनी और बाहरी लोगों को कैंपस में बुलाने के आरोप में सुमित और निखिल को निलंबित कर जांच कमेटी गठित कर दी गई है।
सीओ सिविल लाइंस राजेश कुमार ने बताया कि एमआईटी के छात्रों के एक वाट्सएप ग्रुप में शामिल दो छात्रों ने अपने स्टेटस पर पाकिस्तान जिंदाबाद लिख रखा था। इससे छात्रों में गुस्सा भड़क गया। पहले वाट्सएप पर ही बहस हुई। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया।

दोपहर करीब साढ़े बारह बजे गुस्साए लोग बड़ी संख्या में एमआईटी पहुंच गए। सुरक्षाकर्मियों के प्रतिरोध को विफल कर प्रदर्शनकारी कैंपस के भीतर उन छात्रों को तलाशने लगे जिन्होंने पाकिस्तान जिंदाबाद लिखा था। इसी दौरान शिक्षकों, छात्रों और युवकों के बीच हाथापाई और मारपीट हुई। थोड़ी देर बाद भीड़ थाने पर पहुंच गई। एमआईटी में दो घंटे तक हंगामा होता रहा।

डीआाईजी जे रविंदर गौड का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज हो गई है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।