अजय शास्त्री, बेगूसराय Giriraj Singh: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आज बुधवार (25 दिसंबर) को बड़ा बयान दिया है. बेगूसराय में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव 2025 को लड़ने का ऐलान किया है. वहीं, सीएम नीतीश और उड़ीसा के पूर्व सीएम नवीन पटनायक को भारत रत्न देने की मांग की.

‘नीतीश और पटनायक को मिले भारत रत्न’

गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि, बिहार को एक ऊंचाई पर ले जाने का काम नीतीश कुमार ने किया है. ओडिशा में नवीन पटनायक ने भी सालों तक सेवा की. ऐसे व्यक्ति को देश में पुरस्कृत किए जाने की जरूरत है, चाहे वह जिस भी पद पड़ रहा हो, काम करने वाले को भारत रत्न से नवाजा जाए.

गिरिराज सिंह ने कहा कि, मैं आज अटल जी की जन्म जयंती पर इतना ही कहूंगा कि बिहार का जो चुनाव होने वाला है 2025 में, जो बिहार विधानसभा का चुनाव होने वाला है, उसे लेकर किसी को कंफ्यूजन में नहीं रहना चाहिए. लालू जी लाख तुंबा फेरी कर लें..नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए का चुनाव होगा और बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी.

भाजपा के लिए नीतीश मजबूरी या जरूरत?

बीजेपी के केंद्रीय मंत्री द्वारा दूसरी पार्टी के मुखिया की तारीफ भल ही वो गठबंधन में हो. ऐसा कम ही देखने को मिलता है. वो भी सीधे भारत रत्न देने की मांग. ऐसे में अगर राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर गौर करे तो बीजेपी नेताओं द्वारा सीएम नीतीश की तारीफ करना मजबूरी भी प्रतित होता है.

अगर बीते विधानसभा चुनावों के आंकड़ों को देखें तो नीतीश कुमार के साथ जाने वाली पार्टियों के वोट शेयर में तो मामूली बढ़ोत्तरी होती है, लेकिन सीटों में भारी इजाफा होता है. जैसे 2015 और 2020 विधानसभा चुनाव के आंकड़े को ले लीजिए.

2015 में नीतीश कुमार ने लालू यादव और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा. तब महागठबंधन (JDU+RJD+कांग्रेस) को 41.84% वोट मिला और सीटें 178 पहुंच गई. वहीं, NDA 34.59% वोट पाकर 58 सीट पर सिमट गई, लेकिन 2020 में जैसे ही बीजेपी ने नीतीश कुमार से हाथ मिलाया, NDA 37.26% वोट शेयर के साथ 125 सीट जीतने में कामयाब रही.

जबकि, महागठबंधन (RJD+कांग्रेस+CPI+CPIM+माले) का वोट शेयर NDA से सिर्फ 0.23% ही कम था, लेकिन उससे सीटें 15 कम हो गई. 2010 के विधानसभा चुनाव में भी नीतीश के साथ रहने पर NDA ने 39.07% वोट शेयर के साथ 206 सीट जीती थी.

हालांकि, उस वक्त कांग्रेस RJD और LJP के साथ न लड़कर अकेले लड़ी और 8.37% वोट शेयर के साथ 4 सीट जीतने में कामयाब रही थी. जबकि, RJD और LJP ने चुनाव साथ लड़ा था और 25.58% वोट शेयर के साथ 25 सीट पर सिमट गई थी.

साथ और अलग होने का नफा नुकसान

नीतीश ने 2014 में अकेले चलने की कोशिश की, लेकिन उन्हें करारी हार मिली थी. इसके बाद उन्होंने वापस गठबंधन की राजनीति शुरू की. अब दोबारा ऐसी गलती नहीं करेंगे. किसी न किसी पार्टी से गठबंधन जरूर कर सकते हैं. अगर दोबारा RJD से गठबंधन हुआ तो एक बार फिर राज्य में पिछड़ा, अतिपिछड़ा और दलित वोटों की गोलबंदी होगी. इससे BJP की स्थिति 2015 वाली हो सकती है.

केजरीवाल पर बोला हमला

गिरिराज सिंह ने अरविंद केजरीवाल पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि, जनता अरविंद केजरीवाल जैसे भ्रष्ट की बात नहीं मानेगी. अब वह कोई भी नौटंकी कर लें, दिल्ली उन्हें स्वीकार नहीं कर सकता है. मैं आज अटल जी की जन्म जयंती पर इतना ही कहूंगा कि 2025 में जो बिहार विधानसभा का चुनाव होने वाला है, उसमें किसी को कंफ्यूजन में नहीं रहना चाहिए.

बांग्लादेशी घुसपैठियों पर कही बात

दिल्ली में बांग्लादेशी घुसपैठियों के आगमन के सवाल पर गिरिराज सिंह ने कहा कि ‘अब समय आ गया है कि बांग्लादेशियों को समाज और सरकार चिह्नित करने की कोशिश करें. बांग्लादेशियों को चिह्नित करके उन्हें सरकार के हवाले करना चाहिए. उन्हें देश से बाहर निकलना चाहिए. सामाजिक समरसता के लिए बांग्लादेशी केवल पूर्णिया, अररिया, कटिहार, किशनगंज ही नहीं, बल्कि बिहार और तमाम राज्यों में खतरा है.

उन्होंने कहा कि, बिहार में जो 800 किलोमीटर लगभग सीमा है चाहे बांग्लादेशी का सीमा हो चाहे नेपाल की सीमा हो उन सीमा पर जो अवैध मस्जिद बनाने का काम किया उसको भी चिन्हित किया जाए.

बाउंसर से की राहुल गांधी की तुलना

गिरिराज सिंह ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की तुलना बाउंसर से करते हुए कहा कि, आज अंबेडकर के नाम पर लोगों को बरगलाने वाली कांग्रेस के मुखिया सांसदों के साथ धक्का मुक्की करते नजर आ रहे हैं. पहले ही अमित शाह ने स्पष्ट कर दिया था कि कांग्रेस ने आज तक अंबेडकर का नाम लेकर सिर्फ लोगों को छलने का काम किया है.

अटल पवेलियन में नवनिर्मित भवन का किया उद्घाटन

दरअसल केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह आज अहले सुबह बेगूसराय के गांधी स्टेडियम पहुंचे थे, जहां उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जयंती समारोह में उनके उनके तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन भेंट किया. साथ ही साथ उन्होंने गांधी स्टेडियम में अटल पवेलियन में नवनिर्मित भवन का उद्घाटन भी किया.

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