दिल्ली. सीमापार से अंजाम दी जा रही नापाक हरकतों के बीच वायुसेना प्रमुख बीएस धनोवा ने शनिवार को कहा कि हम किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। देश का राजनीतिक नेतृत्व जो भी जिम्मेदारी देगा, उसे अच्छी तरह से निभाने के लिए वायुसेना तैयार है। हम हर मिशन को पूरा करने में सबसे आगे रहेंगे।
राजस्थान की रेतीली धरती पर हो रहे सबसे बड़े युद्ध अभ्यास वायु शक्ति-2019 का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हम यह अभ्यास सिर्फ दिखावे के लिए नहीं कर रहे, बल्कि दुश्मन को यह बताने के लिए है कि हवा में हो या जमीन पर हम तुम्हें छोड़ेंगे नहीं।
पाकिस्तान से लगते जिले जैसलमेर के पोकरण फी फील्ड फायरिंग रेंज में वायुसेना ने अपनी ताकत दिखाई। युद्धाभ्यास में वायुसेना के पायलटों ने लड़ाकू विमानों से दुश्मन के ठिकानों को बर्बाद करने का प्रदर्शन किया। अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब वायु सेना के इस प्रदर्शन से पाकिस्तान की धरती भी थर्रा गई होगी। युद्धाभ्यास में मिग-21, मिग-27, मिग-29, मिराज-2000, सुखोई-30 एमकेआई, जगुआर, हॉक, तेजस, एमआई-17वी5, एएलएच-एमके4, एमआई-35 समेत 137 लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों हिस्सा ले रहे हैं।
इस बार थीम ‘सिक्योरिंग द नेशन इन पीस एं वॉर’ रखा गया। वायुसेना ने दिन, शाम और रात तीनों ही परिस्थितियों में अपनी शक्ति का समायोजन प्रदर्शित किया।
आकाश के साथ हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइल ने भी हवा में उड़ रहे टारगेट पर अचूक वार किए। अत्याधुनिक तकनीक के तहत युद्धाभ्यास में आकाश अस्त्र मिसाइलों के साथ जीपीएस और लेजर गाइडेड बम, राकेट लांचर का इस्तेमाल हुआ। हेलीकॉप्टरों की परिवहन प्रणाली को भी परखा गया। थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, मानद कैप्टन सचिन तेंदुलकर और राज्य के कई सांसद भी शामिल हुए।