हिंदू धर्म में गाय को बहुत पवित्र पशु माना जाता है, और इसकी पूजा भी की जाती है।कामधेनु गाय तो बहुत दिव्य और पूज्यनीय है।वास्तु शास्त्र के अनुसार कामधेनु गाय सुख और समृद्धि का प्रतीक है।ऐसा कहा जाता है कि कामधेनु गाय में सभी देवी देवता का वास होता है और इसे देवी के रूप में पूजा जाता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार कामधेनु गाय की मूर्ति को घर में रखने का विशेष महत्व है और इसे रखने का नियम भी है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
चार वेदों का प्रत्येक
कामधेनु गाय को सुरभि के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि इस गाय के चार पैर चार वेदों का प्रतीक होते हैं।घर में कामधेनु गाय की मूर्ति रखने से भगवान की कृपा मिलती है।यदि आप घर में कामधेनु गाय की मूर्ति स्थापित करते हैं तो ऐसी मूर्ति चुनें जिसमें बछड़ा भी साथ हो।इस प्रकार की मूर्ति रखने से सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
ईशान कोण में रखें
वास्तु शास्त्र के अनुसार कहा जाता है की कामधेनु गाय की मूर्ति को आप घर के ईशान कोण उत्तर दिशा में रखें।ऐसा कहा जाता है की इस दिशा में कई देवी देवताओं का वास होता है ।
घर के दरवाजे
इस दिशा के अलावा भी आप घर के मंदिर में और घर के दरवाजों पर भी कामधेनु गाय की मूर्ति स्थापित कर सकते हैं।ऐसा करने से जीवन में प्रगति और सकारात्मकता बनी रहती है।
आर्थिक स्थिति मजबूत
अगर आप घर के अधिक खर्चे से परेशान है तो आप घर में तांबे और पीतल की कामधेनु की मूर्ति रख सकते हैं। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति मजबूत बनती है और घर के लिए शुभ मानी जाती है।
संतान प्राप्ति के योग
बछड़े के साथ कामधेनु गाय की मूर्ति रखने से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं और जीवन में समस्याओं के साथ-साथ कई बीमारियों से भी राहत मिलती है।ऐसे में इस मूर्ति की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है।