Kaal Sarp Dosh: अगर आप कालसर्प दोष से पीड़ित हैं और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो फरवरी 2025 में महाशिवरात्रि एक बहुत अच्छा समय आ रहा है. इस दिन अपनी क्षमता के अनुसार तांबे या चांदी के नाग-नागिन के जोड़े से कुछ दक्षिणा लें. इस दिन नाग-नागिन के जोड़े का अभिषेक करने के बाद सुबह-सुबह उन्हें श्रद्धापूर्वक पवित्र नदी में छोड़ दें और शिव पूजा समाप्त होने के बाद उनसे दया की प्रार्थना करें. जाने-अनजाने में हुई गलतियों के लिए भी माफी मांगें. आप शिव चालीसा या शिव सहस्रनाम का पाठ भी कर सकते हैं. यदि यह संभव न हो तो ॐ नमः शिवाय मंत्र की एक माला का जाप अवश्य करें. रुद्राक्ष की माला से जप करना उत्तम रहेगा.

ऐसे करें भगवान की पूजा

इस दिन भगवान शिव और शक्ति में आस्था रखने वाले लोग सुबह जल्दी उठकर दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर जिस बाल्टी में स्नान करते हैं, उसमें काले तिल डालते हैं. साफ कपड़े पहनने के बाद मंदिर या घर में स्थापित भगवान शिव की मूर्ति की दूध, दही, घी और चीनी से बने पंचामृत से पूजा करनी चाहिए, गंगा जल से स्नान कराना चाहिए. इसके बाद बिलिपत्र, धतूरा, भांग, फूल और फूलों की माला, चंदन अखंड, जनोई, कलावा, सफेद वस्त्र, लाल चुनरी, फल और मिठाई आदि चढ़ाकर पूजा करनी चाहिए.

जरूरतमंदों को खाना खिलाएं (Kaal Sarp Dosh)

इस बार महाशिवरात्रि को यदि संभव हो तो जरूरतमंदों को एक समय का भोजन उपलब्ध कराना बेहतर होगा, इस दिन लोग भंडारा कर सकें तो बेहतर होगा.