![](https://lalluram.com/wp-content/uploads/2024/11/lalluram-add-Carve-ok.jpg)
बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन ने बुधवार को कहा कि अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना का प्रत्यर्पण भारत के साथ कई मुद्दों में से एक है, जबकि अंतरिम सरकार की प्राथमिकता चीन, भारत और अमेरिका के साथ मजबूत द्विपक्षीय संबंध बनाए रखना है. हसीना 5अगस्त से भारत में रह रही हैं, जब वह छात्रों के नेतृत्व में हुए बड़े प्रदर्शनों के बाद देश से बाहर चली गईं. छात्र आंदोलन ने उनकी 16 साल पुरानी सरकार को गिरा दिया था. बांग्लादेश स्थित अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) ने हसीना सहित कई पूर्व कैबिनेट मंत्रियों, सलाहकारों, सैन्य और असैन्य अधिकारियों के खिलाफ ‘‘मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार’’ के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया है.
हुसैन ने एक सवाल के जवाब में कहा, “यह (हसीना का प्रत्यर्पण) एक मुद्दा है, लेकिन हमारे हित के अन्य मुद्दे भी हैं. हम उन पर भी साथ-साथ काम करेंगे.” उन्होंने कहा कि ढाका की कोशिशें दिल्ली से हसीना को वापस लाने और भारत-पाकिस्तान के संबंधों को बेहतर बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे.“मेरा मानना है कि दोनों ही काम एक साथ आगे बढ़ेंगे”
प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार में वास्तविक विदेश मंत्री हुसैन ने कहा कि बांग्लादेश को 2025 में रोहिंग्या संकट से निपटना होगा और अमेरिका, भारत और चीन के साथ मजबूत द्विपक्षीय संबंध बनाए रखना होगा.
उनका कहना था, ‘‘हमारी प्राथमिकताएं रोहिंग्या संकट का समाधान करना, उन तीन देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना और स्थिरता सुनिश्चित करते हुए अपने आर्थिक और कूटनीतिक प्रयासों को आगे बढ़ाना है.’’
हुसैन ने कहा कि अमेरिका, भारत और चीन के साथ संबंधों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इनमें से किसी भी देश को किसी दूसरे देश से अधिक प्राथमिकता नहीं दी गई है.
उन्होंने कहा कि इन देशों के भी बांग्लादेश के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के हित हैं. “हम इन तीनों देशों के साथ संबंध बनाए रखने को समान प्राथमिकता देते हैं, क्योंकि हमारे विभिन्न हित इनसे गहराई से जुड़े हुए हैं,”
Delhi Weather: दिल्ली में शीत लहर का प्रकोप, बारिश-बर्फबारी से ठंड और बढ़ेगी
विदेश मामलों के सलाहकार ने कहा कि इस वर्ष के अंत तक ढाका के वैश्विक शक्तियों से संबंध और मजबूत होंगे. अंतरिम सरकार ने हाल में नयी दिल्ली को राजनयिक पत्राचार भेजकर भारत से हसीना के प्रत्यर्पण की मांग की है. यहां, विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि वे भारत से उत्तर का इंतजार कर रहे हैं, और उन्होंने कहा कि उत्तर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. हुसैन ने कहा कि वह 20 जनवरी को बीजिंग में विभिन्न मुद्दों पर द्विपक्षीय चर्चा करने के लिए जा रहे हैं.
हुसैन ने कहा, ‘‘मैं साझा मुद्दों पर बात करूंगा.’’ ढाका ने बांग्लादेश की सीमा से लगे म्यांमा के रखाइन प्रांत में तेजी से हो रहे विकास को चुनौती बताया, हालांकि, उन्होंने बीजिंग दौरे के दौरान चर्चा किए जाने वाले विशिष्ट विषयों पर विस्तार से कुछ नहीं कहा. “म्यांमा के रखाइन में स्थिति अत्यंत चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि वहां की जमीनी वास्तविकता बदल गई है.”
- छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक