पंजाब में लोकसभा चुनावों के बाद आज (गुरुवार) पंजाब भाजपा की एक महत्वपूर्ण बैठक होगी. बैठक की अध्यक्षता विजय रूपाणी करेंगे। बैठक में लोकसभा चुनाव के परिणामों पर चर्चा की जाएगी और भविष्य के लिए रणनीति तैयार की जाएगी।
भाजपा ने यह तय किया है कि वह मेयर के पद के लिए किसी भी दल का समर्थन नहीं करेगी और विपक्ष में बैठने का निर्णय लिया है। पंजाब में 21 दिसंबर को पांच नगर निगमों के चुनाव हुए थे, जिनमें भाजपा ने कई स्थानों पर अच्छा प्रदर्शन किया। भाजपा ने लुधियाना में 19, अमृतसर में 9, जालंधर में 19, फगवाड़ा में 5 और पटियाला में 4 सीटों पर जीत हासिल की है।
पहले यह चर्चा थी कि भाजपा और कांग्रेस मिलकर लुधियाना में मेयर बना सकते हैं। हालांकि, इसके बाद भाजपा ने साफ कर दिया कि उसका लक्ष्य “कांग्रेस मुक्त भारत” है और कांग्रेस के साथ किसी भी तरह का गठबंधन संभव नहीं है।
किसान आंदोलन पर भी हो सकती है चर्चा
भाजपा की यह बैठक ऐसे समय में हो रही है, जब किसान आंदोलन चरम पर है। ऐसे में भाजपा को भी सवालों का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में पंजाब बंद के दौरान किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा नेताओं को घेरने की बात कही थी। किसानों की मांग है कि सरकार उनके साथ संवाद करे।
जाखड़ की मौजूदगी पर सस्पेंस बरकरार
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ की इस बैठक में मौजूदगी को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। जाखड़ काफी समय से भाजपा से दूरी बनाए हुए हैं। हालांकि, हाल के दिनों में उन्होंने किसान मुद्दों को लेकर सार्वजनिक रूप से राज्य सरकार पर निशाना साधा था।

लोकसभा चुनावों में भाजपा की करारी हार के बाद उनके इस्तीफा देने की अटकलें तेज हो गई थीं। उसी समय से जाखड़ ने पार्टी की बैठकों से दूरी बना ली थी। हालांकि, भाजपा नेताओं ने उनके इस्तीफे की खबरों को अफवाह बताया था।
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