दिल्ली. कश्मीर अलगाववादी आतंकी संघटन हिजबुल मुजाहिदीन ने घाटी के स्थानीय युवाओं की मदद से फिदायीन (आत्मघाती) हमले की चेतावनी देते हुए कहा कि “उनके लिए यह स्थिति करो या मरो की बन गई है।”
ऐसा पहली बार है जब कश्मीर सक्रिय स्थानीय आतंकी संगठन ने आत्मघाती हमले की धमकी दी है। अब तक ऐसे कुछ हमले कश्मीर में सक्रिय पाकिस्तान आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से किए जाते थे।
हिजबुल की तरफ से यह धमकी जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से पुलवामा के श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर सीआरपीएफ काफिले की एक बस को निशाना बनाकर किए गए हमले के बाद आई है। इस हमले में सीआरपीएफ के कम से कम 40 जवान शहीद हो गए थे।
सोशल मीडिया पर जारी किए गए 17 मिनट के ऑडियो मैसेज में हिजबुल मुजाहिदीन के ऑपरेशनल कमांडर रियाज नाइकू ने कहा कि कश्मीर में जो कुछ भी हुआ वह वहां के लोगों पर अत्याचार का नतीजा था।
हिजबुल मुजाहिदीन ने धमकी देते हुए कहा कि यह आत्मघाती हमला स्थानीय लोगों से कराया जाएगा। हिजबुल के ऑपरेशनल कमांडर ने कहा- “हम सरेंडर से मरना पसंद करेंगे।” हिजबुल ने आगे कहा कि कश्मीर में हमले तब तक जारी रहेंगे जब तक वहां पर भारतीय सुरक्षा बल रहेंगे।