पिथौरा– सड़क हादसे में पिता ने अपनी बेटी को खो दिया. पूरा परिवार बेटी के असमय मौत होने से गमजदा था, लेकिन परिवार ने ऐसा फैसला लिया कि पूरे क्षेत्र के लोग उसकी तारीफ कर रहे हैं. पिता ने अपनी बेटी की यादें ताजा रखने के लिए उसकी आंखें दान कर दी. सूचना पर रायपुर के नेत्र विशेषज्ञों ने आंखें निकालकर सुरक्षित रख लिया.

दरअसल बुधवार को आरंग के राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रक और बस में भिड़ंत होने से 5 लोगों की मौत हो गई. और कई गंभीर रूप से घायल हो गए. इस हादसे में पिथौरा झलप निवासी व्यवसायी सतवंत सिंह सलूजा की बेटी तान्या की मौत हो गई. दुर्घटना में बेटी को खोने की खबर से पूरा परिवार शोक में डूबे थे. तभी पिता सतवंत ने बेटी की यादें दिल में बसाए रखने उसकी आंखें दान करने की इच्छा जताई. इसके बाद रायपुर नेत्र विभाग को सूचना दी गई. सूचना मिलने पर तत्काल नेत्र विशेषज्ञों की टीम महासमुंद जिले के झलप रवाना हुई.

खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ विपिन राय व डॉ मंजूषा चंद्रसेन (नेत्र सर्जन) के नेतृत्व में नेत्रदान संग्रहण टीम ने आंख सुरक्षित निकाला. इसे पंड़ित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज रायपुर के नेत्र बैंक में जमा किया गया.

टीम में नेत्र सहायक अवधेश यादव, उमेश गोतमारे, सरोज मिश्रा, केएल नायक, संजय चंद्राकर, डी मालाकार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सहायक चिकित्सा अधिकारी सुभाष पटेल, राजेश डड़सेना व अन्य स्टॉफ रहे.