हर 12 साल में ही क्यों होता है महाकुंभ? जानिये क्या है पौराणिक मान्यता

 पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, जयंत को अमृत कलश लेकर स्वर्ग पहुंचने में 12 दिन लगे थे.

 देवताओं का एक दिन पृथ्वी के एक साल के बराबर होता है.

 महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है यह आस्था, संस्कृति और परंपरा का संगम है.

 यहां लाखों लोग पवित्र नदियों में स्नान करने आते है. 

मान्यता है कि इससे उनके पाप धुल जाते हैं और जीवन में सफलता मिलती है.

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