रायपुर– मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि युवा पूरी दुनिया में आपसी प्यार, भाईचारा और अपनी कला के माध्यम से पूरी दुनिया को जोड़ने की ताकत रखते हैं. युवा अपनी रचनात्मक शक्ति के प्रस्फुटन से ऐसा काम करें कि दुनिया से नफरत मिट जाए और हम अपने पारंपरिक मूल्यों को संजोते हुए आदर्श और विश्व नागरिक की दिशा में बढ़े.

भूपेश बघेल शुक्रवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय सभागार में दक्षिण एशियाई देशों के विश्वविद्यालयों के बारहवें युवा उत्सव के शुभारंभ अवसर को सम्बोधित कर रहे थे. यह कार्यक्रम पं. रविशंकर विश्वविद्यालय द्वारा इंडियन विश्वविद्यालय एसोसिएशन के तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है. इस युवा उत्सव में श्रीलंका, नेपाल, म्यानमार, बांग्लादेश, भूटान और भारत सहित 6 देशों के विभिन्न विश्वविद्यालय के 578 प्रतिभागी युवा भाग ले रहे हैं. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्मारिका का भी विमोचन किया. यह पांच दिवसीय युवा महोत्सव 26 फरवरी तक चलेगा.

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए यह गौरव की बात है कि 12वें दक्षिण एशियाई देशों के विश्वविद्यालयों के छात्रों के युवा महोत्सव का दायित्व मिला है. प्रदेश के इतिहास में यह पहला अवसर है कि जब यहां के सबसे पुराने विश्वविद्यालय, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय को यह शुभ अवसर मिल रहा है. उन्होंने कहा कि युवा शक्ति के इस अद्भुत समागम से अपार उर्जा का संचार होगा. इस आयोजन से न केवल छत्तीसगढ़ के युवाओं को भारत के विभिन्न प्रदेशों के युवाओं को नेपाल, श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश, और म्यांमार की संस्कृति और परम्परा जुड़ने का मौका मिलेगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन से छत्तीसगढ़ के युवाओं को ऐसे युवाओं का साथ मिल रहा है, जिनमें रचनात्मक क्षमता है और जो विभिन्न विधाओं में पारंगत हैं. वास्तव में ये युवा अपने क्षेत्र और देशों के सांस्कृतिक दूत भी हैं. ये युवा अपनी कला से दुनिया को जोड़ने की क्षमता रखते हैं. युवा शक्ति का लक्ष्य सिर्फ पढ़ाई तक सीमित न रह कर ऐसे आयोजन के जरिए जुड़कर दुनिया को और बेहतर बनाना होना चाहिए. आपसी मेलजोल, समझदारी और प्यार की गंगा बहाना है और शैक्षणिक, सामाजिक सांस्कृतिक और आर्थिक क्षेत्र में योगदान और मजबूत करना है. उन्होंने कहा कि यह आयोजन दक्षिण एशियाई देशों के बीच जो समानता है उसे और मजबूती प्रदान करेगा. युवा शक्ति की बदौलत ही हम आज प्रतिगामी ताकतों के द्वारा जो विष उड़ेला जा रहा है, उसे समाप्त कर सकते हैं. युवा समागम ही नफरत की दीवार तोड़कर प्यार और भाईचारे की बहार ला सकता है.

इस अवसर पर पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति केएल वर्मा ने आयोजन की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 26 फरवरी तक चलने वाले इस युवा महोत्सव में 129 युवा श्रीलंका, नेपाल, म्यांमार, बांग्लादेश, भूटान से हैं तथा शेष प्रतिभागी भारत के विभिन्न राज्यों से है. कार्यक्रम में बांग्लादेश युनिवर्सिटी के डॉ. मो. खालिद, रायल यूनिवर्सिटी भूटान के चिमिरिन जिन, त्रिभुवन विश्वविद्यालय नेपाल के उपेन्द्र शाही सहित पं. रविशंकर विश्वविद्यालय के अध्यापक एवं दक्षिण एशियाई देशों के प्रतिनिधि और प्रतिभागियों के साथ ही पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडू, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ के विभिन्न विश्वविद्यालयों से आए छात्र-छात्राएं उपस्थित थी.