Mahakumbh 2025: 99 देशों से धर्म प्रतिनिधि लेंगे भाग, जानिये महाकुंभ का महत्व

महाकुंभ में पहली बार 324 कुंडीय महायज्ञ का भी आयोजन किया जा रहा है

जिसे 1100 विद्वान पुरोहित संपन्न करेंगे.

महाकुंभ में 99 देशों से धर्म प्रतिनिधि लेंगे भाग, चलिए जानते हैं

इस धर्म संसद में 170 विद्वान संत, 99 देशों से धर्म प्रतिनिधि, 108 धर्माचार्य

चार शंकराचार्य या उनके पीठों के प्रतिनिधि, 51 शक्तिपीठों के प्रतिनिधि

पांच वैष्णव आचार्यों के प्रतिनिधि, 12 धर्म संस्थाओं के प्रतिनिधि, 36 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल होंगे.

पूज्य शंकराचार्य जी की महाकुंभ प्रवेश यात्रा नौ जनवरी को होगी.

महाकुंभ का महत्व

– महाकुंभ मेला आत्मशुद्धि और आत्मज्ञान का अवसर प्रदान करता है.

– महाकुंभ मेला हिंदू धर्म की एकता और समरसता को प्रदर्शित करता है.

– महाकुंभ मेला विभिन्न संप्रदायों और परंपराओं के लोगों को एक साथ लाता है.

– महाकुंभ मेला प्राचीन भारतीय संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखने में मदद करता है.

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