Maha Kumbh 2025. प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत होने के लिए अब बस चंद दिन ही रह गए हैं. इस महापर्व का लोगों को बेसब्री से इंतजार है. 12 साल में एक बार होने वाले इस महाकुंभ में भाग लेने के लिए लोग देश के कोने-कोने से आते हैं. इस पर्व में श्रद्धालु आस्था की डुबकी के साथ संगीत और मनोरंजन के संगम में भी गोते लगाएंगे. कई जानी मानी हस्तियां भी इसमें शामिल होंगी. इसके अलावा इस बार देश समेत विदेश से विश्व की धनाढ्य महिलाएं भी संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए आ रही हैं. जिसमें एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स, इंफोसिस फाउंडेशन की संस्थापक सुधा मूर्ति और ओपी जिंदल समूह की चेयरपर्सन सावित्री देवी जिंदल शामिल हैं.

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वैसे तो संगम नगरी में हर वर्ग के लोग इस पावन पर्व पर डुबकी लगाने आते हैं. लेकिन इस बार यहां पर पारंपरिक और ग्रामीण परिवेश की महिलाओं के साथ आधुनिक, वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव रखने वाली और धनाढ्य महिलाओं का संगम कुंभ नगरी में होने वाला है. लॉरेन पॉवेल जॉब्स पौष पूर्णिमा पर संगम में डुबकी लगाएंगी और कल्पवास करेंगी. इसके अलावा सुधा मुर्ति और सावित्री देवी जिंदल में इस पावन अवसर पर आस्था की डुबकी लगाकर कृतार्थ होंगी.

विश्व को आकर्षित करती सनातन संस्कृति

सुधा मुर्ति और सावित्रि देवी तो भारतीय परिवेश से भलीभांति परिचित होंगी. लेकिन लॉरेन जैसी कई महिलाओं या विदेशी महमानों का कुंभ में शामिल होना ये बताता है कि दुनिया की धनाढ्य महिलाएं या प्रभावशाली लोगों का भी भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के प्रति क्या आकर्षण है. कहीं ना कहीं ये सनातन सभ्यता के प्रति उनकी आस्था है या फिर इसे जानने की उत्सुकता.

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कहां रुकेंगे ये महमान?

महाकुंभ में लॉरेन पॉवेल जॉब्स के ठहरने के लिए महाराजा डीलक्स कॉटेज तैयार किया जा रहा है. वे निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद के शिविर में 29 जनवरी तक रहेंगी. जानकारी के मुताबिक लॉरेन 19 जनवरी से शुरू होने वाली कथा की पहली यजमान भी होंगी. वहीं सुधा मूर्ति उल्टा किला के पास एक कॉटेज में रहेंगी. इसके अलावा सावित्री देवी जिंदल के लिए स्वामी अवधेशानंद और चिदानंद मुनि के शिविर में व्यवस्था की जा रही है.