आशुतोष तिवारी, सुल्तानपुर. जिले के सांसद रामभुआल निषाद ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की शिकायत पर चुनाव आयोग से जारी नोटिस पर करारा हमला बोला है. सांसद ने कहा उनकी मेन याचिका रद्द हो चुकी है. अब दीवानी तो कहीं भी किया जा सकता. उसमें उनको कुछ मिलने वाला नहीं है.
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बता दें कि जयसिंहपुर में जिला पंचायत सदस्य ओपी चौधरी के आवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने के बाद मीडिया से बात करते हुए सांसद रामभुआल निषाद ने मेनका गांधी पर हमला बोला. सांसद ने कहा पूर्व सांसद ने किया ही क्या है. न सड़क है, न कोई बढ़िया हॉस्पिटल है. उनकी सरकार थी, लेकिन कोई रोजगार के अवसर नहीं मिले. न कोई फैक्ट्री लगी और न ही कोई खाद का कारखाना लगा.
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मिल्कीपुर में होने वाले उपचुनाव को लेकर रामभुआल ने कहा सरकार सत्ता में बने रहने के लिए हर स्तर पर उतरकर बूथ कैपचरिंग से लेकर अपने अधिकारियों को लगाकर वोट प्रभावित कर रही है. लिस्ट में नाम कटवाकर ये सरकार चुनाव जीत रही है. बाकी ये अपनी लोकप्रियता से कोई चुनाव नहीं जीत रही हैं.
क्यों दाखिल की गई है याचिका
सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा की पूर्व सांसद मेनका गांधी के मामले में सपा सांसद रामभुआल निषाद और चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया है. नोटिस जारी कर सपा सांसद और चुनाव आयोग से अपना पक्ष रखने को कहा है. पूर्व सांसद ने जनप्रतिनिधि कानून को चुनौती दी थी. धारा 81 में चुनाव याचिका दाखिल करने के लिए 45 दिन की समय सीमा तय की गई. समय सीमा में दाखिल न होने के कारण इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मेनका गांधी की चुनाव याचिका खारिज कर दी थी. जिसके बाद पूर्व सांसद ने कानून के प्रावधान को ही कोर्ट में चुनौती दी.
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