कृष्ण कुमार मिश्रा, जौनपुर. पत्रकार कल्याण समिति के बैनर तले पत्रकारों ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चन्द्राकर की जघन्य हत्या के विरोध में बुधवार को एकजुट होकर मौन जुलूस निकाला. पत्रकारों ने इस हत्या के बाद सीबीआई जांच की मांग करते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. साथ ही पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की जरूरत पर भी जोर दिया.

समिति ने मृतक पत्रकार के परिजनों को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की भी मांग की है. इसके अलावा मृतक पत्रकार के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की भी मांग की गई. ज्ञापन के बाद सभी पत्रकारों ने पत्रकार भवन में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर मुकेश चंद्राकर को श्रद्धांजलि अर्पित की. पत्रकारों ने जौनपुर में हुए पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव हत्याकाण्ड की भी याद दिलाई. जिसमें जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते पत्रकार की जान जाने का आरोप लगाया.

इसे भी पढ़ें : जिस्म का सौदाः नाच-गाने की आड़ में किशोरी से करा रहे थे देहव्यापार, जानिए फिर कैसे खुली काले कारनामों की पोल…

पत्रकारों ने कहा कि अगर पत्रकार असुरक्षित होंगे तो देश में लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा. सभी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पत्रकार मुकेश चन्द्राकर को सड़क निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार का खुलासा करने के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी. ज्ञापन में मुकेश चन्द्राकर के परिजनों को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने, हत्याकाण्ड की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने और इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की गई है.